India | Reported by: माया शर्मा, Translated by: सूर्यकांत पाठक |शनिवार मई 8, 2021 11:19 PM IST कर्नाटक (Karnataka) की राजधानी के सरकारी कोविड अस्पताल (COVID Hospital) में एक जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर डॉ शिल्पा कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी घातक लहर के बीच कई गंभीर मरीजों के बीच चुनौतियों का सामना कर रही हैं. तब जब अस्पताल में सिर्फ एक आईसीयू बेड खाली बचा है. वे कहती हैं कि "अधिकांश दिनों में हमारे पास केवल एक आईसीयू बेड खाली होता है और हमें 30 बीमार रोगियों के बीच यह तय करना होता है कि किस एक मरीज को आईसीयू में स्थानांतरित करना है, जबकि हम यह जानते हैं कि अन्य 29 मरीज अगले एक या दो दिन में मर जाएंगे.”