World | Reported by: एएफपी, Translated by: आनंद नायक |सोमवार अक्टूबर 26, 2020 05:50 PM IST टेक्नोलॉजी, सुरक्षा और व्यापार के लिहाज से ताइवान की क्षमता चीन और अमेरिका के बीच संघर्ष का कारण बन सकती है. बीजिंग दावा करता है कि ताइवान, चीन का हिस्सा है जिसे जरूरत पड़ने पर से बल प्रयोग द्वारा वह पुन: हासिल कर सकता है.