India | Edited by: पीयूष |मंगलवार अगस्त 30, 2022 01:41 PM IST चिट्ठी में अन्ना हजारे ने लिखा- "आपने ‘स्वराज’ नाम की इस किताब में कितनी आदर्श बातें लिखी थी. इसलिए तभी से आप से बड़ी उम्मीद थी. लेकिन राजनीति में जा कर सीएम बनने के बाद आप आदर्श विचारधारा को भूल गए ऐसा लगता है." "जिस प्रकार शराब का नशा होता है, उस प्रकार सत्ता का भी नशा होता है. आप भी ऐसी सत्ता के नशा में डूब गये हो, ऐसा लग रहा है."