'1984 मामला'

- 24 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, Edited by: अभिषेक पारीक |शनिवार अगस्त 5, 2023 08:27 PM IST
    दिल्ली की एक अदालत ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के दौरान पुल बंगश में हुई हत्याओं से संबंधित मामले में कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर का जमानती बांड शनिवार को स्वीकार कर लिया.
  • Blogs | रवीश कुमार |बुधवार अक्टूबर 27, 2021 10:43 PM IST
    जब सर्वोच्च अदालत अपने फैसले में जॉर्ज ऑरवेल की रचना 1984 का ज़िक्र कर दे तो यह बात लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले किसी भी सरकार के लिए शर्मनाक समझा जाना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट के फैसले में जॉर्ज ऑरवेल का नाम होना ही उन तमाम आशंकाओं को वास्तविकता के करीब ले आता है, जिससे सरकार अनजान बने रहने का नाटक करती है. ऑरवेल का ज़िक्र होना आपातकाल से आगे फासवीदा की आहट का एक ऐसा संकेत है जिसे समझने की ज़िम्मेदारी अदालत ने आम जनता की समझ पर नहीं छोड़ी है बल्कि अपनी तरफ से कह दिया है कि आज का भारत कहां खड़ा है और इस भारत में आपके पीछे कौन दिन रात खड़ा है. बिग ब्रदर इज़ वॉचिंग यू. यह तो सुना होगा आपने. इसी 1984 से आया है जिसके रचनाकार का नाम जॉर्ज ऑरवेल है.
  • India | Reported by: भाषा |गुरुवार दिसम्बर 10, 2020 08:13 PM IST
    खजान सिंह को 1984 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर काफी सफलता अर्जित की. 100 मीटर फ्रीस्टाइल का राष्ट्रीय रिकॉर्ड उन्हीं के नाम है. वह 1984 से 1989 के बीच (उस समय दक्षिण एशियाई फेडरेशन खेल कहे जाने वाले) दक्षिण एशियाई खेलों में कई स्वर्ण पदक अपने नाम कर चुके हैं.
  • Delhi-NCR | Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, Edited by: सुबोध आनंद गार्ग्य |रविवार जुलाई 5, 2020 05:47 PM IST
    कोरोना से दिल्ली की मंडोली जेल में 1984 दंगे के मामले के सज़ा काट रहे पालम विधान सभा के पूर्व विधायक महेंद्र यादव की शनिवार को मौत हो गई. मंडोली जेल में कोरोना से किसी कैदी की मौत का ये दूसरा मामला है. तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल के मुताबिक महेंद्र सिंह यादव मंडोली जेल की 14 नम्बर जेल में बंद थे और 1984 में हुए दंगों के मामलों में 10 साल की सज़ा काट रहे थे.
  • India | Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: अल्केश कुशवाहा |बुधवार मई 13, 2020 12:56 PM IST
    1984 सिख विरोधी हिंसा मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को सुप्रीम कोर्ट की तरफ राहत नहीं मिली. सज्जन की जमानत याचिका सुप्रीम कोर्ट ने लंबित रखी है. सुप्रीम कोर्ट इस मामले में अब जुलाई में सुनवाई करेगा. सुप्रीम कोर्ट ने एम्स की मेडिकल रिपोर्ट देखकर कहा कि अभी उन्हें किसी तरह के उपचार की जरूरत नहीं है. बढ़ती उम्र और खराब तबियत का हवाला देकर सज्जन कुमार ने जमानत मांगी है.
  • India | Reported by: आशीष भार्गव |मंगलवार अप्रैल 30, 2019 01:52 PM IST
    1984 सिख विरोधी हिंसा में सुप्रीम कोर्ट ने त्रिलोकपुरी मामले में दोषी ठहराए गए 15 लोगों को बरी कर दिया.
  • India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |सोमवार फ़रवरी 25, 2019 12:50 PM IST
    1984 के सिख विरोधी दंगों से जुड़े एक केस की सुनवाई से जस्टिस संजीव खन्ना ने खुद को अलग कर लिया है.
  • File Facts | ख़बर न्यूज़ डेस्क |सोमवार दिसम्बर 31, 2018 02:27 PM IST
    सिख विरोधी दंगों से संबंधित एक मामले में उम्र कैद की सजा पाने वाले कांग्रेस के पूर्व नेता सज्जन कुमार आज अदालत में समर्पण कर दिया है.दिल्ली हाईकोर्ट ने समय सीमा बढ़ाने का उनका अनुरोध अस्वीकार कर दिया था. सज्जन कुमार के वकील अनिल कुमार शर्मा ने पीटीआई भाषा से कहा कि हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ शीर्ष अदालत में दायर अपील पर शीतकालीन अवकाश के दौरान 31 दिसंबर से पहले सुनवाई की संभावना नहीं है. सुप्रीम कोर्ट एक जनवरी तक बंद है और दो जनवरी से वहां सामान्य कामकाज शुरू होगा. उन्होंने कहा, 'हम हाईकोर्ट के फैसले का अनुपालन करेंगे.' आपको बता दें कि हाईकोर्ट ने 1984 के दंगों से संबंधित एक मामले में 17 दिसंबर को 73 वर्षीय पूर्व सांसद सज्जन कुमार को शेष सामान्य जीवन के लिये उम्र कैद और पांच अन्य दोषियों को अलग अलग अवधि की सजा सुनायी थी और उन्हें 31 दिसंबर तक समर्पण करने का आदेश दिया था. अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि 1984 के दंगों में दिल्ली में 2700 से अधिक सिख मारे गये थे जो निश्चित ही 'अकल्पनीय पैमाने का नरसंहार' था. अदालत ने कहा था कि यह मानवता के खिलाफ उन लोगों द्वारा किया गया अपराध था जिन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त था और जिनकी कानून लागू करने वाली एजेन्सियां मदद कर रही थीं.
  • India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |सोमवार दिसम्बर 31, 2018 11:34 AM IST
    सिख विरोधी दंगों से संबंधित एक मामले में उम्र कैद की सजा पाने वाले कांग्रेस के पूर्व नेता सज्जन कुमार आज अदालत में समर्पण कर सकते हैं क्योंकि दिल्ली हाईकोर्ट ने यह समय सीमा बढ़ाने का उनका अनुरोध खारिज कर दिया था. सज्जन कुमार के वकील अनिल कुमार शर्मा ने कहा कि हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर अपील पर शीतकालीन छुट्टियों के दौरान 31 दिसंबर से पहले सुनवाई की संभावना नहीं है.
  • India | आशीष भार्गव |शुक्रवार दिसम्बर 21, 2018 11:07 AM IST
    1984 सिख विरोधी दंगे के दिल्ली कैंट मामले में ताउम्र जेल की सजा पाने वाले पूर्व कांग्रेस नेता सज्जन कुमार की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने सुनवाई की. सज्जन कुमार ने याचिका में कोर्ट से सरेंडर करने के लिए 30 दिन का समय मांगा था.
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