अजय माकन ने कहा कि वह भले ही बहुत दखलदांजी देना पसंद नहीं करते लेकिन सुरेश कलमाड़ी को फिर से भारतीय ओलिंपिक संघ का अध्यक्ष बनाने के विचार पर वह असहज महसूस करते हैं।
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नई दिल्ली:
केंद्रीय खेल मंत्री अजय माकन ने मंगलवार को कहा कि वह भले ही बहुत दखलदांजी देना पसंद नहीं करते लेकिन सुरेश कलमाड़ी को फिर से भारतीय ओलिंपिक संघ का अध्यक्ष बनाने के विचार पर वह असहज महसूस करते हैं।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने पिछले सप्ताह कलमाड़ी को जमानत दे दी थी। वह नौ महीने तक जेल में रहे लेकिन उन्होंने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है। कलमाड़ी ने हालांकि कहा कि वह अपने काम को संभालने की स्थिति में नहीं हैं। माकन ने कहा, ‘‘हम पूरे मामले पर करीबी निगाह रखे हुए हैं। जहां तक आईओए के कामकाज की बात है तो मंत्रालय बहुत अधिक दखलंदाजी देना पसंद नहीं करता। लेकिन इसके साथ ही जहां तक इस मामले का संबंध है तो मंत्रालय भी सुरेश कलमाड़ी की तब तक आईओए अध्यक्ष पद पर वापसी में असहज महसूस करता है जब तक कि उन्हें सभी आरोपों से बरी नहीं किया जाता है।’
उन्होंने कहा, ‘मैं समझता हूं कि जहां तक आईओए का संबंध है तो इसके प्रमुख पद ऐसा व्यक्ति नहीं होना चाहिए जिस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हों। पहले उन्हें भ्रष्टाचार के सभी आरोपों से मुक्त होना चाहिए और उसी के बाद उन्हें इस तरह के पद के बारे में सोचना चाहिए। अन्यथा खेलों को जिस भावना से खेलने की सीख दी जाती है, हम उस भावना को ही खत्म कर देंगे।’ माकन ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आईओए के कुछ सदस्य अब भी कलमाड़ी की वापसी चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आईओए के कुछ सदस्य अब भी ऐसे व्यक्ति का साथ दे रहे हैं जो अभी तक भ्रष्टाचार के आरोपों से पाक साफ नहीं निकला है। मैं उनसे खेलों के व्यापक हित में अपील करता हूं कि उन्हें जब तक वह आरोपमुक्त नहीं हो जाते तब तक उन्हें ऐसे व्यक्ति का समर्थन नहीं करना चाहिए।’ इस बीच अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति ने धमकी दी है कि यदि आईओए ने राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति के बर्खास्त किये गये अध्यक्ष की अदालत में वर्तमान और वास्तविक स्थिति से उसे अवगत नहीं कराया तो वह कड़ी कार्रवाई करेगा।
माकन ने इस बीच हालांकि खंडन किया इस मसले से लंदन ओलिंपिक की तैयारियों पर असर पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं मानता कि आईओए की आपसी समस्या से खिलाड़ियों की ओलिंपिक तैयारियों पर असर पड़ेगा। आईओए में जो कुछ हो रहा है हम उससे ओलिंपिक खेलों को प्रभावित नहीं होने देंगे।’ माकन ने कहा, ‘हमने ओलिंपिक की तैयारियों और ओलंपिक के संभावित खिलाड़ियों की जरूरतों का ध्यान रखने के लिये संचालन समिति गठित की है। सभी खेल महासंघों से 31 जनवरी तक संचालन समिति को अपनी जरूरतों से अवगत कराने के लिये कहा गया है। इसके बाद छह फरवरी को खेल मंत्रालय अंतिम बैठक करेगा।’
दिल्ली उच्च न्यायालय ने पिछले सप्ताह कलमाड़ी को जमानत दे दी थी। वह नौ महीने तक जेल में रहे लेकिन उन्होंने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है। कलमाड़ी ने हालांकि कहा कि वह अपने काम को संभालने की स्थिति में नहीं हैं। माकन ने कहा, ‘‘हम पूरे मामले पर करीबी निगाह रखे हुए हैं। जहां तक आईओए के कामकाज की बात है तो मंत्रालय बहुत अधिक दखलंदाजी देना पसंद नहीं करता। लेकिन इसके साथ ही जहां तक इस मामले का संबंध है तो मंत्रालय भी सुरेश कलमाड़ी की तब तक आईओए अध्यक्ष पद पर वापसी में असहज महसूस करता है जब तक कि उन्हें सभी आरोपों से बरी नहीं किया जाता है।’
उन्होंने कहा, ‘मैं समझता हूं कि जहां तक आईओए का संबंध है तो इसके प्रमुख पद ऐसा व्यक्ति नहीं होना चाहिए जिस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हों। पहले उन्हें भ्रष्टाचार के सभी आरोपों से मुक्त होना चाहिए और उसी के बाद उन्हें इस तरह के पद के बारे में सोचना चाहिए। अन्यथा खेलों को जिस भावना से खेलने की सीख दी जाती है, हम उस भावना को ही खत्म कर देंगे।’ माकन ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आईओए के कुछ सदस्य अब भी कलमाड़ी की वापसी चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आईओए के कुछ सदस्य अब भी ऐसे व्यक्ति का साथ दे रहे हैं जो अभी तक भ्रष्टाचार के आरोपों से पाक साफ नहीं निकला है। मैं उनसे खेलों के व्यापक हित में अपील करता हूं कि उन्हें जब तक वह आरोपमुक्त नहीं हो जाते तब तक उन्हें ऐसे व्यक्ति का समर्थन नहीं करना चाहिए।’ इस बीच अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति ने धमकी दी है कि यदि आईओए ने राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति के बर्खास्त किये गये अध्यक्ष की अदालत में वर्तमान और वास्तविक स्थिति से उसे अवगत नहीं कराया तो वह कड़ी कार्रवाई करेगा।
माकन ने इस बीच हालांकि खंडन किया इस मसले से लंदन ओलिंपिक की तैयारियों पर असर पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं मानता कि आईओए की आपसी समस्या से खिलाड़ियों की ओलिंपिक तैयारियों पर असर पड़ेगा। आईओए में जो कुछ हो रहा है हम उससे ओलिंपिक खेलों को प्रभावित नहीं होने देंगे।’ माकन ने कहा, ‘हमने ओलिंपिक की तैयारियों और ओलंपिक के संभावित खिलाड़ियों की जरूरतों का ध्यान रखने के लिये संचालन समिति गठित की है। सभी खेल महासंघों से 31 जनवरी तक संचालन समिति को अपनी जरूरतों से अवगत कराने के लिये कहा गया है। इसके बाद छह फरवरी को खेल मंत्रालय अंतिम बैठक करेगा।’
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