तीसरी वरीयता प्राप्त भारतीय-सर्बियाई जोड़ी लियंडर पेस और जांको तिपसारेविक ने एयरसेल चेन्नई ओपन 2012 में डबल्स का खिताब अपने नाम कर लिया।
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चेन्नई:
तीसरी वरीयता प्राप्त भारतीय-सर्बियाई जोड़ी लियंडर पेस और जांको तिपसारेविक ने एयरसेल चेन्नई ओपन 2012 में डबल्स का खिताब अपने नाम कर लिया। उन्होंने इस्रायली जोड़ी एंडी राम और जॉनथन एर्लीच को 6-4, 6-4 के सीधे सेटों में हरा कर इस खिताब पर कब्जा किया। मैच 73 मिनट तक चला।
भारतीय-सर्बियाई जोड़ी ने यहां अपना पहला खिताब जीता है जबकि यह पेस का यहां छठा डबल्स खिताब है।
तिपसारेविक ने सिंगल्स का फाइनल मैच हारने के तुरंत बाद इस मैच को खेला। उनसे पूछने पर कि वह कैसे दोनों मैचों को खेल सके, तिपसारेविक ने कहा, ‘सीजन से पहले मैंने बहुत मेहनत की थी। मैं हर साल ऐसा करता हूं और फिटनेस मेरा मजबूत पहलू है।’
पेस के बारे में उन्होंने कहा, ‘मुझे ऐसे इंसान के साथ खेल कर अच्छा लग रहा है जो मुझसे कुछ पूछता है तो मुझे कुछ देता भी है।’
लिसंडर पेस ने कहा, ‘मैं जानता हूं कि एक ही दिन में दो फाइनल खेलने में कितना मानसिक दबाव होता है। जिस तरह तिपसारेविक ने दोनों फाइनलों के लिए तैयारी की, वह काबिले तारीफ है। वह दिखाते हैं कि एक एथलीट को कैसा होना चाहिए।’
भारतीय-सर्बियाई जोड़ी ने यहां अपना पहला खिताब जीता है जबकि यह पेस का यहां छठा डबल्स खिताब है।
तिपसारेविक ने सिंगल्स का फाइनल मैच हारने के तुरंत बाद इस मैच को खेला। उनसे पूछने पर कि वह कैसे दोनों मैचों को खेल सके, तिपसारेविक ने कहा, ‘सीजन से पहले मैंने बहुत मेहनत की थी। मैं हर साल ऐसा करता हूं और फिटनेस मेरा मजबूत पहलू है।’
पेस के बारे में उन्होंने कहा, ‘मुझे ऐसे इंसान के साथ खेल कर अच्छा लग रहा है जो मुझसे कुछ पूछता है तो मुझे कुछ देता भी है।’
लिसंडर पेस ने कहा, ‘मैं जानता हूं कि एक ही दिन में दो फाइनल खेलने में कितना मानसिक दबाव होता है। जिस तरह तिपसारेविक ने दोनों फाइनलों के लिए तैयारी की, वह काबिले तारीफ है। वह दिखाते हैं कि एक एथलीट को कैसा होना चाहिए।’
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