प्रवर्तन निदेशालय राष्ट्रमंडल खेलों में कथित अनियमितताओं को लेकर अपना पहला आरोप पत्र दायर करने को तैयार है। आरोप पत्र में 2010 में आयोजित खेलों की आयोजन समिति के कुछ शीर्ष अधिकारियों का नाम शामिल किए जाने की उम्मीद है।
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नई दिल्ली:
प्रवर्तन निदेशालय राष्ट्रमंडल खेलों में कथित अनियमितताओं को लेकर अपना पहला आरोप पत्र दायर करने को तैयार है। आरोप पत्र में 2010 में आयोजित खेलों की आयोजन समिति के कुछ शीर्ष अधिकारियों का नाम शामिल किए जाने की उम्मीद है।
आरोप पत्र में साल 2009 में लंदन में आयोजित क्वीन्स बैटन रिले (क्यूबीआर) में कथित तौर पर विदेशी मुद्रा विनिमय नियमनों के उल्लंघन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और उसमें आयोजन समिति के बख्रास्त अध्यक्ष सुरेश कलमाडी समेत विभिन्न अधिकारियों की भूमिका का उल्लेख होगा।
जहां विदेश मुद्रा विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत कथित अनियमितताएं पांच करोड़ के आस-पास हैं। वहीं कुछ बहुस्तरीय और आयोजन से जुड़े लेन-देन में विदेशी मुद्रा विनिमय नियमनों के उल्लंघन से यह रकम 12 से 13 करोड़ के आस-पास हो सकती है।
प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों के अनुसार इस संबंध में कई अधिकारियों से पूछताछ की गई है। उसने पिछले साल कलमाडी से अलग से पूछताछ की थी। उस वक्त वह तिहाड़ जेल में बंद थे।
जिन लोगों से इस मामले में पूछताछ की गई है उसमें आयोजन समिति के निलंबित संयुक्त महानिदेशक टी एस दरबारी और पूर्व महानिदेशक वी के वर्मा, उपमहानिदेशक संजय महिंद्रू और संयुक्त महानिदेशक (लेखा एवं वित्त) एम जयचंद्रन शामिल हैं।
इससे पहले ब्रिटिश अधिकारियों ने ए एम फिल्म्स से संबंधित मामले को भारतीय उच्चायोग को भेजा था। उसे रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड के जरिए भारी मात्रा में धन का स्थानांतरण किया गया था। ए एम फिल्म्स अल्पज्ञात लंदन की कंपनी है।
आरोप पत्र में साल 2009 में लंदन में आयोजित क्वीन्स बैटन रिले (क्यूबीआर) में कथित तौर पर विदेशी मुद्रा विनिमय नियमनों के उल्लंघन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और उसमें आयोजन समिति के बख्रास्त अध्यक्ष सुरेश कलमाडी समेत विभिन्न अधिकारियों की भूमिका का उल्लेख होगा।
जहां विदेश मुद्रा विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत कथित अनियमितताएं पांच करोड़ के आस-पास हैं। वहीं कुछ बहुस्तरीय और आयोजन से जुड़े लेन-देन में विदेशी मुद्रा विनिमय नियमनों के उल्लंघन से यह रकम 12 से 13 करोड़ के आस-पास हो सकती है।
प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों के अनुसार इस संबंध में कई अधिकारियों से पूछताछ की गई है। उसने पिछले साल कलमाडी से अलग से पूछताछ की थी। उस वक्त वह तिहाड़ जेल में बंद थे।
जिन लोगों से इस मामले में पूछताछ की गई है उसमें आयोजन समिति के निलंबित संयुक्त महानिदेशक टी एस दरबारी और पूर्व महानिदेशक वी के वर्मा, उपमहानिदेशक संजय महिंद्रू और संयुक्त महानिदेशक (लेखा एवं वित्त) एम जयचंद्रन शामिल हैं।
इससे पहले ब्रिटिश अधिकारियों ने ए एम फिल्म्स से संबंधित मामले को भारतीय उच्चायोग को भेजा था। उसे रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड के जरिए भारी मात्रा में धन का स्थानांतरण किया गया था। ए एम फिल्म्स अल्पज्ञात लंदन की कंपनी है।
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