दिल्ली में हवा की क्वालिटी सीजन के सबसे खराब स्तर पर, हर तरफ छायी धुंध की मोटी चादर
Updated: 13 नवंबर, 2021 07:57 AM
शुक्रवार को भी दिल्ली में धुंध की मोटी चादर देखने को मिली. राष्ट्रीय राजधानी के प्रदूषण में 35 प्रतिशत भागिदारी 4000 से ज्यादा खेतों में लगाई गई आग ने निभाई. जिसकी वजह से 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम 4 बजे तक 471 पर पहुंच गया. गुरुवार को यह 411 था.
दिल्ली में शुक्रवार को जहरीले स्मॉग की मोटी धुंध देखने को मिली, जो आसपास के खेतों में फसल कचरे को जलाने की वजह से बढ़ गई है.
दिल्ली स्मॉग के चलते दृश्यता कम हुई और एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 470 के पैमाने से 500 पर आ गई.
भारत के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कहा कि सरकारी और निजी कार्यालयों को निजी परिवहन के उपयोग को 30% तक कम करना चाहिए, वहीं बोर्ड ने शहर के लोगों को आउटडोर एक्सपोजर को सीमित करने की सलाह दी.
जहरीले पीएम 2.5 पार्टिकुलेट मैटर की सांद्रता औसतन 329 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर हवा में रही.
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के एक विश्लेषण के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में लोग हर साल 1 नवंबर से 15 नवंबर के बीच सबसे खराब हवा में सांस लेते हैं.
दिवाली के बाद पिछले आठ दिनों में से छह दिनों में शहर की वायु गुणवत्ता में खराबी दर्ज की गई.