दूसरी लहर, दूसरा पलायन: दिल्ली के बस अड्डों पर प्रवासी मजदूरों का उमड़ा हुजूम
Updated: 20 अप्रैल, 2021 09:37 AM
कोरोना संक्रमण ने अब भारत में सुनामी का रूप ले लिया है. इसका प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रभाव चारों तरफ देखने को मिल रहा है. बड़ी संख्या में पलायन हो रहा है. प्रवासी श्रामिक इस बार स्थितियों के बदतर होने का इंतजार नहीं कर रहे हैं बल्कि लॉकडाउन की आहट भर से अपने गांवों की तरफ चल दिए हैं.
कोरोना संक्रमण ने अब भारत में सुनामी का रूप ले लिया है. इसका प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रभाव चारों तरफ देखने को मिल रहा है. बड़ी संख्या में पलायन हो रहा है.
वहीं दिल्ली के आनंद विहार बस टर्मिनल पर बसों का इंतजार करते हुए प्रवासियों ने कहा "हम दैनिक यात्री हैं, सीएम को इसकी घोषणा करने से पहले हमें कुछ समय देना चाहिए. घर पहुंचने के लिए हमें 200 रुपये लगते हैं, लेकिन हमसे यहां पर अब 3,000-4,000 रुपये लिया जा रहा है. हम घर कैसे जाएंगे?
दिल्ली के आनंद विहार बस अड्डे पर भी ज़बरदस्त भीड़ देखी गई. बड़ी तादाद में लोग अपने घरों को लौटने के लिए बेताब देखे गए.
लॉकडाउन के एलान के बाद दिल्ली-एनसीआर के बस अड्डों पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा.
दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में एक हफ्ते के लॉकडाउन की घोषणा के बाद प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है. ये लॉकडाउन सोमवार रात 10 बजे से शुरू हुआ जो अगले सोमवार सुबह 5 बजे तक जारी रहेगा.
दिल्ली से सटे कौशांबी में लोग बसों की छत पर बैठकर अपनों घरों को रवाना हुए.
दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में 6 दिन के लॉकडाउन के बाद प्रवासी मजदूर अपने घर के लिए रवाना हो हो रहे हैं. आनंद विहार बस टर्मिनल पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ देखने को मिली.
गाज़ियाबाद: आनंद विहार के पास कौशाम्बी बस स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ देखी गई.