मुंबई में इस बार मानसून की बारिश लोगों को काफी परेशान करने वाली हो सकती है. बीएमसी ने शहर भर में 29 जर्जर पुलों (फुट ओवर ब्रिज) को तोड़ने का आदेश दिया है जिनसे लोग पैदल सड़क पार करते हैं. इनमें से 9 पुलों को तोड़ भी दिया गया है. लेकिन यातायात के लिए कोई दूसरे इंतज़ाम नहीं किये गए हैं जिसके कारण लोगों की मुसीबतें बढ़ गई हैं. बात करें प्रभादेवी स्टेशन से सटे ट्रैफिक सिग्नल की तो दिन भर यहां जाम लगा रहता है. औसतन एक वाहन को इस सिग्नल पर २० मिनट का समय बिताना पड़ता है. बीएमसी की ओर से डीलाईल रोड ब्रिज को बंद करने के कारण अब प्रभादेवी और महालक्ष्मी इलाके में लोगों को सड़कों पर ज़्यादा समय बिताना पड़ रहा है.
जो ब्रिज हुआ हादसे का शिकार, वहां चल रहा था मरम्मत का काम: मुंबई फुटओवर ब्रिज घटना का चश्मदीद
पिछले मानसून में हुए अंधेरी पुल हादसे और इस साल मार्च में हुए सीएसटी पुल हादसे के बाद बीएमसी की ओर से जर्जर पुलों की यह सूची जारी की गई है. इनमें करीब 11 पुलों का कोई विकल्प नहीं है.
एलफिंस्टन हादसा : फूल बेचने वाले ने लगाई आवाज, 'फूल गिर गया', भीड़ समझी 'पुल गिर गया'
पिछले हफ्ते आए एक सर्वे में यह पता चला है की विश्व के 403 शहरों में सबसे ज़्यादा ट्रैफिक मुंबई में होता है. ऐसे में बीएमसी की ओर से पुल बंद होने के कारण लोगों की मुसीबतें दोगुनी हो जाना तय है. हालांकि बीएमसी का कहना है की यह निर्णय लोगों के सुरक्षा को देखते हुए लिया गया है. वहीं विशेषज्ञों का आरोप है कि अगर प्रशासन ने सही समय पर जांच और ऑडिट किये गए होते तो एकसाथ इतने पुलों को बंद नहीं करना पड़ता.
223 पुलों के स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने का आदेश
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं