विज्ञापन
This Article is From Mar 31, 2016

लखनऊ : पढ़ें- ऐसा क्या हुआ कि शिकारी खुद यहां शिकार हो गया...

लखनऊ : पढ़ें- ऐसा क्या हुआ कि शिकारी खुद यहां शिकार हो गया...
हत्या का आरोपी मुशीर और उसके साथी आरोपी पुलिस हिरासत में।
लखनऊ: लखनऊ में एक पति ने अपनी पत्नी को कत्ल करने के लिए सुपारी किलर को ठेका दिया, लेकिन कत्ल के बाद सुपारी किलर को पैसा नहीं दिया। इससे नाराज़ होकर उसने पति का भी कत्ल कर दिया और दोनों को घर में ताले में बंद करके फरार हो गया। लाशें सड़ने की बदबू आने पर पुलिस ने घर का ताल तोड़ा तो वहां दोनों की लाशें  मिलीं। मामला नमक हलाल फिल्म के उस गाने की तरह है जिसके बोल हैं कि "शिकारी खुद यहां शिकार हो गया..... यह क्या गजब हुआ...।''

मोबाइल फोन पर किए गए कॉल से मिला सुराग
यह हत्याकांड लखनऊ के काकोरी इलाके में हुआ। पुलिस के सामने मुश्किल थी कि घर में सिर्फ दो लोग रहते थे और दोनों मर गए। अब उनके कातिल को कहां ढूंढें। ऐसे में पति, जिन्हें कल्लू नेता के नाम से जाना जाता था, के मोबाइल का अंतिम कॉल चेक किया गया। आखिरी बार मुशीर नाम के जिस शख्स से बात हुई थी पुलिस ने उसे उठा लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसने ही पति-पत्नी की हत्या की है।

शक के कारण हत्या की साजिश
मुशीर से मिली जानकारी अजीब और दिलचस्प है। उसने बताया की कल्लू नेता को शक था कि उसकी बीवी किसी और से मोहब्बत करती है। इसलिए उसने अपने भांजे को बताया कि वह बीवी का कत्ल करवाना चाहता है। भांजे ने मामी के कत्ल का काम अपने एक दोस्त को सौंपा। दोस्त रात को कल्लू नेता के घर तो पहुंचा लेकिन उसकी बीवी को कत्ल करने की हिम्मत नहीं जुटा पाया।

जब रकम नहीं दी दो पति की भी जान ली
भांजे ने यह काम अपने दिलेर दोस्त मुशीर को सौंपा। मुशीर ने सवा लाख रुपये के एवज में कल्लू नेता की बीवी को कत्ल करने की सुपारी ले ली। बीवी को मारने में कल्लू नेता ने भी मुशीर का साथ दिया। बीवी का काम तमाम हो जाने पर मुशीर ने कल्लू नेता से सुपारी की रकम मांगी। लेकिन कल्लू ने उससे कहा कि पहले लाश ठिकाने लगाओगे तब पैसा देंगे। इस पर मुशीर को लगा कि कल्लू अब सुपारी की रकम नहीं देगा। गुस्साए मुशीर ने उसी वक्त कल्लू को भी वहीं कत्ल कर दिया।

बीवी को तोहफे में दिया था मकान
जिस घर में यह दोनों कत्ल हुए उसे कल्लू ने अपनी बीवी को शादी की सालगिरह पर तोहफे में दिया था। अब वहां कोई नहीं रहता। घर में ताल बंद है। यह घर देख आज जोकर फिल्म का वह गान बार-बार याद आया कि.. "हां बाबू यह सर्कस है शो तीन घंटे का... और उसके बाद, खाली-खाली तम्बू है, खाली-खाली घेरा है,...बिन चिड़िया का बसेरा है ,न तेरा है, न मेरा है।

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
लखनऊ, दोहरा हत्याकांड, पति-पत्नी की हत्या, सुपारी किलर, रकम न देने पर जान ली, Lukhnow, Double Murder, Husband And Wife Murder, Professional Killer
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com