Odisha Train Accident: मौत के मंजर के बीच 'जिंदगी' बचाने उतरे लोग, ऐसे की घायलों की मदद

ओडिशा में हुए भयानक ट्रेन हादसे के भयावह मंजर के बीच मदद के हाथ भी बढ़े. प्रशासन-शासन का अमला लोगों को बचाने में जुटा था. वहीं, अस्पताल में घायलों की मदद के लिए स्थानीय लोगों की कतार भी थी.

Odisha Train Accident: मौत के मंजर के बीच 'जिंदगी' बचाने उतरे लोग, ऐसे की घायलों की मदद

हादसे का बाद बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने ट्रेन में फंसे लोगों को बाहर निकालने में मदद की.

नई दिल्ली:

ओडिशा के बालासोर में मालगाड़ी और दो ट्रेनों की टक्कर के बाद भीषण हादसा हुआ. हादसे में करीब अब तक कम से कम 288 लोगों की मौत हो चुकी है. 1000 के करीब घायल हुए हैं. पहले हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे. पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए. इसके बाद ये डिब्बे मालगाड़ी से टकरा गए. हादसे के बाद लोग मदद के लिए चीख-पुकार मच गई थी. इस समय स्थानीय लोग मुसीबत में मदद के लिए आगे आए.

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लोगों ने यात्रियों को निकालने में की मदद
हादसे का बाद बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने ट्रेन में फंसे लोगों को बाहर निकालने में मदद की. इस दौरान स्थानीय लोगों की मदद से कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सका. साथ ही ट्रेन में सवार कई यात्रियों ने भी अपने आसपास के यात्रियों को बचाने में मदद की. इस तरह हादसे में लोगों ने मानवता की मिसाल कायम की.

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खाना-पानी लेकर पहुंचे थे लोग
ट्रेन हादसे के बाद बड़ी संख्या में लोग खाना पानी लेकर घायलों की मदद करने पहुंचे. कुछ घायलों को पानी पिला रहे थे और कुछ उन्हें निकालने की कोशिश में लगे थे. वहीं, घायलों की मदद के लिए स्थानीय लोगों ने ब्लड भी डोनेट किया. 

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ब्लड डोनेट भी किया
ब्लड डोनेशन कैंप के बाहर खड़े एक शख्स ने बताया कि हादसे की खबर सुनकर हम ब्लड देने के लिए भद्रक से आए. मेरे साथ हमारे संगठन के 20-25 लोग आए हैं. अपनी अपनी इच्छा से निस्वार्थ भाव से ब्लड डोनेट करने आए हैं.

मोबाइल टॉर्च की रोशनी में घायलों को किया तलाश
घटनास्थल पर सबसे पहले स्थानीय लोग पहुंचे थे. कुछ लोगों ने तो तुरंत हौसला दिखाते हुए मोबाइल टॉर्च की रोशनी में ही घायलों की मदद करने लगे. कोई मोबाइल टॉर्च की रोशनी से घायलों को तलाश रहा था, कोई उन्हें सहारा देता दिखा. इसके बाद जब एनडीआरएफ की पहली टीम मौके पर पहुंची, तो स्थानीय लोगों ने टीम की मदद भी की.

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पीएम मोदी ने किया शुक्रिया
शनिवार शाम को पीएम मोदी भी बालासोर पहुंचे. उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया. इसके बाद उन्होंने अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की. पीएम मोदी ने हादसे में प्रभावितों की मदद के लिए स्थानीय लोगों का शुक्रिया भी अदा किया है.

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