सिंघू बार्डर पर करीब 100 लोगों ने की किसान आंदोलन के खिलाफ नारेबाजी, बनी गतिरोध की स्थिति

किसान आंदोलन का विरोध करते हुए तकरीबन 100 लोग गुरुवार को सिंघू बार्डर पर पहुंचे हैं जो आंदोलन के ख़िलाफ़ नारे लगा रहे हैं. विरोध कर रहे इन लोगों का कहना है कि इन लोगों ने तिरंगे का अपमान किया है.

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सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध करने पहुंचे तकरीबन 100 लोग.
नई दिल्ली:

किसान आंदोलन के तहत गणतंत्र दिवस पर हुई ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा के बाद मामला और भी बिगड़ता दिख रहा है. जानकारी है कि गुरुवार को सिंघू बार्डर पर तक़रीबन 100 लोग पहुंचे हैं जो आंदोलन के ख़िलाफ़ नारे लगा रहे हैं. किसानों का विरोध कर रहे इन लोगों का कहना है कि इन लोगों ने तिरंगे का अपमान किया है. पुलिस यहां पर बीच-बचाव कर रही है. दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों और इनके बीच गतिरोध की स्थिति पैदा हो रही है.

बता दें कि ट्रैक्टर रैली के तहत दिल्ली में कई जगहों पर हिंसा की घटनाएं दर्ज हुई थीं, जिसमें दिल्ली पुलिस के मुताबिक, तकरीबन 300 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. ट्रैक्टर रैली के तहत उग्र हुई प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने लाल किले पर भी धावा बोला था और किले के बाहर एक खंभे पर एक अन्य झंडा फहरा दिया था. 

इस घटना को लेकर पुलिस ने 30 से ज्यादा किसान नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और उनसे कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.

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बता दें कि किसान आंदोलन को लेकर पहले ही विरोध देखा जा रहा था, लेकिन हिंसा की घटना के बाद से सिंघु बॉर्डर पर आंदोलन पर बैठे किसानों की संख्या पहले से कुछ कम हुई है, वहीं कुछेक संगठनों ने खुद को आंदोलन से अलग भी कर लिया है.

हरियाणा के रेवाड़ी में भी प्रदर्शन कर रहे किसानों को बुधवार को विरोध झेलना पड़ा था, जब यहां पर 15 गांवों की पंचायत ने इन किसानों को 24 घंटों के अंदर हाईवे खाली करने को कहा. यहां पर किसानों और ग्रामीणों के बीच झड़प भी हुई. 

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