बंगाल चुनाव: 25 साल के इस शख्स ने लिखा है चुनावी एंथम 'खेला हौबे', टैगोर की कविता से है कनेक्शन

25 साल के टीएमसी के राज्य प्रवक्ता देबांग्शु भट्टाचार्य ने लिखा है. उन्होंने बताया कि इस नारे के पीछे बीजेपी की कोशिशों और टैगोर की एक कविता से क्या कनेक्शन है.

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव इस साल का सबसे ज्यादा हाई-वोल्टेज चुनाव है. यहां पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और बंगाल में अपनी जमीन मजबूत कर रही भारतीय जनता पार्टी के बीच भयंकर घमासान चल रहा है. यहां अभी तक चार चरणों में मतदान हो चुका है और चार चरणों का मतदान बाकी है.

इन चुनावों में सबसे ज्यादा चर्चा जिस चीज की रही है, वो है तृणमूल के चुनावी नारे- खेला हौबे की. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस नारे को खूब उछाला है और बीजेपी को चुनौती दी है. इस नारे को 25 साल के टीएमसी के राज्य प्रवक्ता देबांग्शु भट्टाचार्य ने लिखा है. NDTV ने देबांग्शु से बात की और इस नारे की कहानी जानने की कोशिश की. 

देबांग्शु ने बताया कि उन्होंने यह नारा जनवरी में लिखा था और फिर यह नारा तृणमूल का एंथम बन गया. उन्होंने बताया कि इस नारे को लिखने के पीछे बीजेपी की, टीएमसी को तोड़ने की कोशिश पर निशाना साधना था क्योंकि बीजेपी यहां तृणमूल में सेंध लगा रही थी. उन्होंने कहा कि 'इंग्लिश में तो कहते हैं कि गेम इज़ ऑन, हमने सोचा कि इस खेल को खेल से ही मात दिया जाए.'

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उन्होंने बताया कि यह गाना उन्होंने 20 मिनट में लिखा और बताया कि 'खेला होबे के पीछे टैगोर की एक कविता भी है, जिसमें आखिरी दो लाइनों में उन्होंने कहा है कि तोड़-मरोड़ का खेल बिगड़ जाता है, जब खेल का आग लगता है.' उन्होंने बताया कि अब ये नारा हर जगह सुनाई देता है और बीजेपी को टीएमसी की मौजूदगी का पता चल जाता है.

देबांग्शु ने कहा कि महिषासुर और मां दुर्गा की लड़ाई में दुर्गा अकेले लड़ रही थीं, लेकिन उनकी ही जीत हुई थी, वही बंगाल में भी होगा. उन्होंने यह भी कहा कि यह तृणमूल का सबसे आसान चुनाव है. टीएमसी नेता ने अमित शाह की दिल्ली विधानसभा चुनावों में सीटों की गणित पर तंज कसते हुए कहा कि 'अमित शाह ने ढिंढोरा पीट-पीटकर कहा था कि उसे 70 में से 45 सीट मिलेगी, और मिली कितनी, 8. हमारे यहां टोटो चलती है, जिसमें आठ लोग बैठ जाते हैं. दिल्ली में बीजेपी के जितने विधायक हैं वो हमारे यहां के टोटो में बैठकर विधानसभा पहुंच जाएंगे.'

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देबांग्शु ने यह भी कहा कि 135 सीटों पर चुनाव हो चुका है, जिनमें से 100 तृणमूल को आ रही हैं. बाकी चरणों में भी ममता की वजह से बीजेपी का खेल खराब होने वाला है.