'सरहद पर जान बिछाते जिनके बेटे, उनके लिए कीलें बिछाईं दिल्ली सीमा पर', केंद्र पर राहुल गांधी का तंज

कांग्रेस नेता ने एक दिन पहले भी कहा था कि केंद्र सरकार को हर हाल में तीनों नए कृषि कानून वापस लेने ही होंगे, गुरुवार को गांधी ने ट्वीट किया था, "बीज बोकर जो धैर्य से फ़सल का इंतज़ार करते हैं, महीनों की प्रतीक्षा व ख़राब मौसम से वे नहीं डरते हैं! तीनों क़ानून तो वापस करने ही होंगे!"

'सरहद पर जान बिछाते जिनके बेटे, उनके लिए कीलें बिछाईं दिल्ली सीमा पर', केंद्र पर राहुल गांधी का तंज

राहुल गांधी ने किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर फिर से केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.

नई दिल्ली:

कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने किसान आंदोलन (Farmers Protest) के 100 दिन पूरे होने पर फिर से केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि जिन किसानों के बेटे देश की सरहद पर अपनी जान बिछाते आए हैं, उन्हें दिल्ली आने से रोकने के लिए केंद्र की बीजेपी सरकार ने दिल्ली सीमा पर कीलें बिछाई हैं. उन्होंने कहा है कि किसान अपना अधिकार मांग रहे हैं लेकिन केंद्र की सरकार अधिकार देने की बजाय उन पर अत्याचार कर रही है.

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "देश की सीमा पर जान बिछाते हैं जिनके बेटे, उनके लिए कीलें बिछाई हैं दिल्ली की सीमा पर.. अन्नदाता माँगे अधिकार, सरकार करे अत्याचार!"

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कांग्रेस नेता ने एक दिन पहले भी कहा था कि केंद्र सरकार को हर हाल में तीनों नए कृषि कानून वापस लेने ही होंगे, गुरुवार को गांधी ने ट्वीट किया था, "बीज बोकर जो धैर्य से फ़सल का इंतज़ार करते हैं, महीनों की प्रतीक्षा व ख़राब मौसम से वे नहीं डरते हैं! तीनों क़ानून तो वापस करने ही होंगे!"

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बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन के 100 दिन पूरे हो चुके हैं. पिछले साल के 26 नवंबर से ही किसान हजारों की संख्या में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर अलग-अलग जगह धरना-प्रदर्शन  कर रहे हैं और केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. किसानों की मांग न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी को कानून बनाने की भी है. इस आंदोलन के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक, अलग-अलग कारणों से अब तक कुल 248 लोगों की जान जा चुकी है. किसान आज काला दिवस मना रहे हैं.