विज्ञापन

बच्चों को रोज Detergent तो नहीं पिला रहे हैं आप? कैसे पहचानें दूध असली है या नकली, बता रहे हैं Expert

दूध के कई ग्रेड्स होते हैं. पहले ग्रेड में लगभग 5% तक की मिलावट होती है, दूसरे ग्रेड में 25% तक, और तीसरे ग्रेड में 40% तक मिलावट पाई जाती है. यानी, शुद्ध दूध मिलना आज के समय में काफी ज्यादा मुश्किल हो गया है.

बच्चों को रोज Detergent तो नहीं पिला रहे हैं आप? कैसे पहचानें दूध असली है या नकली, बता रहे हैं Expert
विशेषज्ञ बताते हैं कि दूध की गाढ़ापन बढ़ाने के लिए कई बार यूरिया, स्टार्च या ऑयल मिलाया जाता है.

Dudh me milawat ki janch kaise kare : दूध कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन्स का सबसे नेचुरल सोर्स है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जो दूध आप हर दिन पीते हैं या बच्चों को देते हैं, वो वाकई शुद्ध है या मिलावटी? दरअसल, हाल ही में डॉ. समीर भाटी ने एनडीटीवी से बातचीत में बताया है कि दूध के कई ग्रेड्स होते हैं. पहले ग्रेड में लगभग 5% तक की मिलावट होती है, दूसरे ग्रेड में 25% तक, और तीसरे ग्रेड में 40% तक मिलावट पाई जाती है. यानी, शुद्ध दूध मिलना आज के समय में काफी ज्यादा मुश्किल हो गया है. ऐसे में आइए जानते हैं आगे आर्टिकल में दूध में मिलावट कैसे की जाती है और मिलावट को कैसे पहचानें?

असली-नकली दूध की ऐसे करें पहचान

दूध में मिलावट कैसे होती है

विशेषज्ञ बताते हैं कि दूध का गाढ़ापन बढ़ाने के लिए कई बार यूरिया, स्टार्च या ऑयल मिलाया जाता है. इससे दूध दिखने में तो ठोस और सफेद लगता है, लेकिन असल में यह शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है.

पानी की मिलावट की जांच ऐसे करें

हथेली पर लें दूध

थोड़ा दूध हथेली पर लेकर उसे धीरे-धीरे झुकाएं. अगर दूध बहुत तेजी से बह जाए तो समझिए उसमें पानी की मिलावट है. प्योर दूध धीरे-धीरे बहता है और एक हल्की परत छोड़ता है.

स्टार्च की जांच आयोडीन से करें

थोड़ा दूध लें और उसमें कुछ बूंदें आयोडीन की डालें. अगर रंग नीला या ब्लैकिश-ब्राउनिश हो जाए तो दूध में स्टार्च मिला है. अगर रंग नहीं बदलता, तो दूध शुद्ध है.

यूरिया की जांच कैसे करें

यूरिया की पहचान के लिए बाजार में उपलब्ध सिंपल किट्स या अमोनिया टेस्ट पेपर का इस्तेमाल किया जा सकता है. अगर दूध में यूरिया है, तो पेपर का रंग बदल जाएगा.

बटर और अन्य डेयरी प्रोडक्ट्स की जांच भी जरूरी

बटर और घी में भी कई बार खराब क्वालिटी के स्टार्च या वनस्पति ऑयल मिलाए जाते हैं. इन्हें जांचने के लिए वही आयोडीन टेस्ट और फ्रीजर टेस्ट कारगर है. अगर फ्रिज में रखने पर घी की परतें अलग-अलग बनें तो समझिए उसमें ऑयल की मिलावट है.

मिलावटी दूध के खतरे

मिलावटी दूध से किडनी, लिवर और हार्ट पर असर पड़ता है. बच्चों में पाचन की समस्या, त्वचा रोग और कमजोर इम्युनिटी जैसी समस्याएं देखी जाती हैं. 

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com