अमृतपाल सिंह पर खालिस्तान समर्थकों को ब्रिटेन में भारत कैसे दे रहा जवाब? 10 प्वाइंट्स

नई दिल्ली: पंजाब में खालिस्तानी समर्थक (Khalistani Supporters) और 'वारिस पंजाब दे' के चीफ अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) की तलाश में पुलिस (Punjab Police) का ऑपरेशन छह दिनों से जारी है. जाब पुलिस ने बुधवार दोपहर लगभग 12 बजे अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव में अमृतपाल सिंह की मां से करीब एक घंटे पूछताछ की. ये पूछताछ किस मामले में की गई है, इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है. जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने अमृतपाल की पत्नी किरणदीप कौर से भी पूछताछ की है. इस बीच लंदन में अमृतपाल के समर्थन में खालिस्तान समर्थक खुलकर सामने आ गए हैं. आइए, समझते हैं अब तक क्या-क्या हुआ और भारत कैसे दे रहा ब्रिटेन में इन सभी को जवाब-

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. बुधवार को खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह पर कार्रवाई का विरोध कर रहे खालिस्तान समर्थकों ने ब्रिटेन में भारतीय उच्च आयोग के सामने नारेबाजी की. मेट्रोपॉलिटन पुलिस द्वारा भारतीय उच्च आयोग से दूर हटाने पर खालिस्तान समर्थक भड़क गए. इसके बाद उन्होंने लंदन मेट्रोपॉलिटन पुलिस पर पानी की बोतलें और स्याही फेंकी.

  2. प्रदर्शनकारियों की इस उत्तेजना का ताजा कारण ब्रिटेन में भारतीय उच्च आयोग की दीवारों पर लिपटा बड़ा भारतीय ध्वज था. रविवार को खालिस्तान समर्थकों की अभूतपूर्व बर्बरता के एक दिन बाद उच्चायोग के कर्मचारियों ने बड़े झंडे के साथ जवाबी कार्रवाई की थी.

  3. रविवार को खालिस्तान समर्थकों ने भारतीय उच्च आयोग पर लगे भारतीय ध्वज को नीचे खींच लिया था और इमारत की खिड़कियां तोड़ दी थीं.

  4. रविवार की देर शाम, भारत ने भारतीय उच्च आयोग के पास "ब्रिटिश सुरक्षा की पूर्ण अनुपस्थिति" पर अपना कड़ा विरोध दर्ज कराने के लिए दिल्ली में एक वरिष्ठ ब्रिटिश राजनयिक को बुलाया, क्योंकि भीड़ ने खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह और उनके समूह पर कार्रवाई का विरोध करते हुए इमारत को निशाना बनाया.

  5. विदेश मंत्रालय ने कहा था, "ब्रिटिश सुरक्षा की पूर्ण अनुपस्थिति के लिए एक स्पष्टीकरण की मांग की गई थी, जिसने इन तत्वों को उच्चायोग परिसर में प्रवेश करने की अनुमति दी थी."

  6. मंत्रालय ने यह भी कहा कि यूके सरकार से अपेक्षा की जाती है कि वह "घटना में शामिल प्रत्येक व्यक्ति की पहचान, गिरफ्तारी और मुकदमा चलाने के लिए तत्काल कदम उठाए" और पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए. ब्रिटिश अधिकारियों ने बर्बरता की निंदा की और इसे "अपमानजनक" और "पूरी तरह से अस्वीकार्य" बताया.

  7. बुधवार को लंदन पुलिस प्रदर्शनकारियों के शक्ति प्रदर्शन के लिए तैयार दिखी. 24 बसों में बल और साथ ही घुड़सवार पुलिस तैनात की गई थी.

  8. बुधवार को नई दिल्ली में पुलिस द्वारा ब्रिटिश उच्चायोग के बाहर ट्रैफिक बैरिकेड्स को हटाने के कुछ ही समय बाद लंदन में भारतीय उच्च आयोग के पास अतिरिक्त सुरक्षा नजर आई. इस घटना पर स्कॉटलैंड यार्ड द्वारा केवल एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. वह व्यक्ति अब जमानत पर बाहर है.

  9. कुछ लोगों ने नई दिल्ली की कार्रवाई को लंदन में रविवार को भारतीय उच्च आयोग पर हुए हमले के साथ जोड़ा. हालांकि, दिल्ली पुलिस ने इस कदम के बारे में कहा कि यह बैरिकेड्स यात्रियों के लिए "बाधा पैदा कर रहे थे."

  10. शुरूआत में विरोध का स्वरूप छोटा था, मगर शाम ढलने के साथ संख्या बढ़ती गई. पुलिस ने कहा कि देर शाम तक, लगभग 2,000 प्रदर्शनकारी घटनास्थल पर पहुंच गए थे. उन्होंने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की और पानी की बोतलों, स्याही और पाउडर के रंगों से पुलिस को निशाना बनाया. पुलिस ने कहा कि अगर विरोध और बढ़ता है तो वे घटनास्थल को खाली करा लेंगे.