
मोर गैंग ने सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ फोटो शेयर किए हैं.
दिल्ली पुलिस ने हरियाणा के एक 'मोर गैंग' को पकड़ा है. इस गैंग के सरगना और गैंग के लोग अपराध करने के साथ सोशल मीडिया पर अपने तरह-तरह के वीडियो भी पोस्ट कर रहे थे ताकि लोगों में उनके गैंग को लेकर खौफ पैदा हो. दिल्ली पुलिस ने एक सूचना के बाद मोनी और उसके साथी राहुल को कालका जी इलाके से पकड़ा. उसके दो साथी मंजीत और रवीन्द्र पुल भी पकड़े गए.
मोर गैंग का सरगना जगदीप उर्फ मोनी मोर है. गैंग के सदस्य जितने अपराध में एक्टिव थे उतने ही सोशल मीडिया पर बी थे. वे खुलेआम फायरिंग और डांस करते थे और उनका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर करते थे. इस गैंग के दर्जनों वीडियो फेसबुक,टिकटोक और व्हाट्सऐप पर हैं.

इनका वीडियो बनाने और उन्हें वायरल करने के पीछे एक खास मकसद था. दक्षिणी पूर्वी दिल्ली के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल के अनुसार, ये लोग डराने और अपने राइवल गैंग में दहशत फैलाने के लिए वीडियो बनाते थे.

इनकी फोटो देखने से पता चलता है कि मोनी मोर और उसकी गैंग के लोग हथियारों की नुमाइश करते थे. यही नहीं मोनी मोर ने अवैध हथियार और कारतूसों से मोर ही लिख दिया. ऐसे सैकड़ों फोटो सोशल मीडिया पर डालकर यह दहशत फैलाते थे. दिल्ली पुलिस ने एक सूचना के बाद मोनी और उसके साथी राहुल को कालका जी इलाके से पकड़ा,जबकि उसके दो साथी मंजीत और रवीन्द्र पुल प्रह्लादपुर इलाके से पकड़े गए. उनके पास से चार पिस्तौल और 16 कारतूस मिले.

पुलिस के मुताबिक जगदीप उर्फ मोनी हरियाणा में राज्य हॉकी का राज्य स्तर का खिलाड़ी भी रहा है. उसके गैंग पर हरियाणा में दर्जनों केस दर्ज हैं. गैंगवार में उसके भाइयों की हत्या के बाद 2018 में उसने अपना गैंग बनाया और दहशत फैलाने लगा.