- इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने मोहम्मद सिराज की आक्रामकता को उनके बेहतरीन प्रदर्शन का कारण बताया है
- नासिर हुसैन ने कहा कि सिराज की आक्रामकता उन्हें टीम में बनाए रखने लायक एक बेहतर क्रिकेटर बनाती है
- सिराज ने बेन डकेट के विकेट के बाद जो आक्रामक प्रतिक्रिया दी, उसके लिए उनपर मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया.
Nasser Hussain ON Mohammed Siraj: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन (Nasser Hussain) ने उस क्रिकेटर के बारे में बात की है जिसकी आक्रमकता उन्हें काफी पसंद हैं. हुसैन ने ये भी बताया कि मैदान पर आक्रामकता ही उस क्रिकेटर को बेस्ट खिलाड़ी बनाता है. दरअसल, स्काई क्रिकेट पर बात करते हुए इंग्लैंड पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) को लेकर बात की और बताया कि मैदान पर सिराज जिस अंदाज में नजर आते हैं, उनकी आक्रामकता ही उन्हें बेस्ट क्रिकेटर बनाती है .
सिराज को लेकर नासिर हुसैन ने कहा, "टेस्ट मैच का एक मुख्य आकर्षण, भारत ने क्रॉली पर जिस तरह से आक्रमकता दिखाई, समय की बर्बादी की बात को लेकर खिलाड़ी एक दूसरे के साथ भिड़ गए थे. भारत ने क्रॉली के साथ जो किया वह सही किया, क्रॉली भी अपनी जगह गलत नहीं थे. "
सिराज की आक्रामकता उन्हें बेहतर क्रिकेटर बनाती है
हुसैन ने स्काई क्रिकेट पर सिराज को लेकर आगे कहा, "वहां सिराज भी आक्रामक हो गए थे. मुझे लगता है कि जब वह आक्रामक होते हैं तो वह एक बेहतर क्रिकेटर होते हैं. आप सिराज को टीम में रखना पसंद करेंगे. मुझे नहीं लगता कि उन पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए था. वह लाइन के बहुत करीब गए, वह डकेट के ठीक सामने थे, उन्होंने डकेट पर हमला नहीं किया. अगर कुछ हुआ भी, तो डकेट पिच से बाहर निकलने के लिए उस दिशा में गए. यह कंधे से धक्का देने जैसा नहीं था. मुझे लगता है कि यह भावनाओं का खेल है, और आपको 22 रोबोटों की ज़रूरत नहीं है. मुझे यह तनाव पसंद है.
मोहम्मद सिराज पर 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया
बता दें कि भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज पर यहां लार्ड्स में तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज बेन डकेट का विकेट लेने के बाद आक्रामक प्रतिक्रिया के लिए सोमवार को मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया और उनके खाते में एक डिमेरिट अंक भी जोड़ा गया.
इस टेस्ट में चार विकेट लेने वाले सिराज को खिलाड़ियों और उनके सहयोगी स्टाफ से जुड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.5 के उल्लंघन का दोषी पाया गया जो किसी अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान बल्लेबाज को आउट करने के बाद उसके खिलाफ दिखाई गई आक्रामक प्रतिक्रिया से संबंधित है.