Hardik Pandya on His Brilliant All Rounder Performence IND vs SA: हार्दिक पंड्या के हरफनमौला खेल से भारत ने पांच मैचों की श्रृंखला के पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय में मंगलवार को यहां दक्षिण अफ्रीका को 101 रन से हराकर शानदार आगाज किया. पंड्या की नाबाद 59 रन की आक्रामक पारी के बूते भारत ने छह विकेट पर 175 रन बनाने के बाद दक्षिण अफ्रीका को 12.3 ओवर में 74 रन पर आउट कर इस टीम के खिलाफ रनों के लिहाज से अपनी दूसरे सबसे बड़ी जीत दर्ज की. भारत ने इससे पहले नवंबर 2024 में दक्षिण अफ्रीका को 135 रन से हराया था. टी20 अंतरराष्ट्रीय में यह दक्षिण अफ्रीका का सबसे छोटा स्कोर है.
हार्दिक पंड्या ने तूफानी प्रदर्शन पर कहा
'प्लेयर ऑफ द मैच' खिताब जीतने के बाद पंड्या ने कहा, "मुझे अपने शॉट्स पर भरोसा करना था. यहां आपको थोड़ा साहस दिखाना पड़ता. यह ज्यादा ताकत लगाने का मैच नहीं था, बल्कि इसमें टाइमिंग पर ध्यान देने की जरूरत थी. मैं अपनी बल्लेबाजी से बहुत संतुष्ट था. पिछले 6-7 महीने फिटनेस के लिहाज से मेरे लिए बेहद शानदार रहे हैं."
हार्दिक ने आगे कहा,"मैं इसके पीछे की कड़ी मेहनत को लेकर कोई बड़ी बात नहीं करता, लेकिन साथ ही, ये पिछले 50 दिन, अपने परिवार वालों से दूर रहना, NCA में समय बिताना, हर पहलू पर काम करना, और जब मैदान में आकर उसका परिणाम दिखता है तो वह बहुत संतोष देता है."
उन्होंने कहा,"एक क्रिकेटर के तौर पर, मुझे नहीं लगता कि मैं कभी भी अपने रोल को लेकर नखरे करता हूं. मैं हमेशा यह पक्का करने के लिए मोटिवेटेड रहा हूं कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हार्दिक पांड्या क्या चाहते हैं; इससे फर्क पड़ता है कि इंडिया क्या चाहता है. जब भी मुझे मौके मिलते हैं, मैं अपना बेस्ट देने की कोशिश करता हूं."
हार्दिक ने आगे कहा,"कुछ दिन अच्छे होते हैं, कुछ नहीं, लेकिन माइंडसेट हमेशा मेरी मदद करता है. अपने पूरे करियर में, मैंने अपनी टीम को सबसे पहले, देश को सबसे पहले रखने की कोशिश की है, चाहे मैं किसी भी टीम के लिए खेला हूं. यही मेरी सबसे बड़ी USP है और इसी चीज़ ने हमेशा मेरी मदद की है.
मैंने इसे इस तरह से प्लान नहीं किया था
आखिरी ओवर में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी को लेकर हार्दिक ने कहा,"मैंने इसे इस तरह से प्लान नहीं किया था, बस अगर यह मेरे एरिया में आता, तो मैं इसके लिए जाना चाहता था. उसने एक चांस लिया और मैंने भी. उस ट्रैक पर मेरा चांस ज़्यादा कैलकुलेटेड था, और इसका फ़ायदा हुआ. मुझे लगता है कि इससे हमें रिदम मिली, हमें मोमेंटम मिला जिसका हमने फायदा उठाया. जब वे ओवर शुरू हुए तो हम गेम में 20-25 रन आगे थे. यह बस गेममैनशिप के बारे में है, उस दिन सही बॉलर को पहचानने के बारे में. जब यह काम करता है, तो यह अच्छा लगता है."
बल्ले से अपना छठा टी20 अर्धशतक जड़ने वाले पंड्या ने डेविड मिलर (एक रन) का अहम विकेट भी चटकाया. भारत की ओर से अर्शदीप सिंह, जसप्रीत बुमराह, वरुण चक्रवर्ती, अक्षर पटेल को दो-दो जबकि शिवम दुबे को एक सफलता मिली. दक्षिण अफ्रीका के लिए डेवाल्ड ब्रेविस ने सबसे ज्यादा 22 जबकि ट्रिस्टन स्टब्स और कप्तान एडेन मारक्रम ने 14-14 रन का योगदान दिया.
भारतीय टीम 12 ओवर के बाद चार विकेट पर 78 रन बनाकर संघर्ष कर रही थी लेकिन एशिया कप के बाद चोट से वापसी कर अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे पांड्या ने 28 गेंद की नाबाद पारी में चार छक्कों और छह चौकों की मदद से भारत को बड़े स्कोर तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया. भारत के लिए तिलक वर्मा (32 गेंद में 26), अक्षर पटेल (21 गेंद में 23) अभिषेक शर्मा (12 गेंद में 17) क्रीज पर समय बिताने के बावजूद बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे.
दक्षिण अफ्रीका के लिए लुंगी एनगिडी ने चार ओवर में 31 रन देकर तीन विकेट लिये. लुथो सिपामला को दो जबकि डोनोवन फरेरा को एक सफलता मिली. लक्ष्य का बचाव करते हुए अर्शदीप सिंह ने पारी की दूसरी गेंद पर ही क्विंटन डिकॉक को खाता खोले बगैर पवेलियन की राह दिखाने के बाद अपने अगले ओवर में ट्रिस्टन स्टब्स (14) को विकेटकीपर जितेश शर्मा के हाथों कैच कराया.
कप्तान एडेन मारक्रम ने चौथे ओवर में बुमराह के खिलाफ चौका और फिर छक्का लगाया लेकिन अक्षर ने छठे ओवर की पहली गेंद पर ही उन्हें बोल्ड कर दिया. चक्रवर्ती के खिलाफ लांग ऑन पर शानदार छक्का लगाने वाले डेवाल्ड ब्रेविस ने अक्षर पर चौके के साथ पावर प्ले में दक्षिण अफ्रीका का स्कोर तीन विकेट पर 45 रन पहुंचा दिया.
पंड्या ने गेंद थामते ही लंबे समय के बाद टीम में वापसी कर रहे अनुभवी मिलर को पवेलियन भेजा. जितेश ने विकेट के पीछे उनका शानदार कैच लपका. टीम का स्कोर अभी 50 रन तक ही पहुंचा था कि चक्रवर्ती ने फरेरा (सात गेंद में पांच रन) को चकमा देकर पवेलियन की राह दिखा दी.
यानसेन ने पंड्या और चक्रवर्ती पर बड़े छक्के लगाकर आक्रामक तेवर दिखाये. वह खतरनाक होते उससे पहले चक्रवर्ती ने उन्हें बोल्ड कर मैच पर भारत का दबदबा बना दिया. बुमराह ने अगले ओवर में ब्रेविस को आउट कर टी20 अंतरराष्ट्रीय में अपने विकेटों का सैंकड़ा पूरा किया.
(PTI इनपुट के साथ)














