नहीं रहे भारतीय पूर्व क्रिकेटर सुधीर नाईक, दिग्गजों के बिना 1971 में किया था यह कारनामा

सुधारी नाईक (Sudhir Naik) 85 प्रथम श्रेणी मैच खेले और 35 से अधिक के औसत से 4376 जिसमें एक दोहरा शतक सहित सात शतक शामिल रहे. नाईक ने कोच के रूप में सक्रिय भूमिका निभाई.

विज्ञापन
Read Time: 15 mins
भारतीय पूर्ओव क्रिकेटर सुधारी नाईक
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • हाल ही में वह बाथरूम के फर्श पर गिर गए थे
  • कोमा में चले गए थे सुधीर नाईक
  • तीन टेस्ट मैच और 85 प्रथमश्रेणी मैच खेले
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही? हमें बताएं।
नई दिल्ली:

भारत के लिए 1974 में तीन टेस्ट मैच खेलने वाले पूर्व सलामी बल्लेबाज सुधीर नाईक का संक्षिप्त बीमारी के बाद बुधवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया. मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) के सूत्रों ने उनके निधन की पुष्टि की है. वह 78 वर्ष के थे और उनके परिवार में उनकी बेटी है. नियमित रूप से उनके स्वास्थ्य पर नजर रखने वाले सूत्र ने कहा, ‘हाल ही में वह बाथरूम के फर्श पर गिरे थे और उनके सिर में चोट लग गई थी जिसके बाद उन्हें मुंबई के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह कोमा में चले गए और फिर कभी ठीक नहीं हुए.' नाईक मुंबई क्रिकेट जगत में एक बेहद सम्मानित व्यक्ति और रणजी ट्रॉफी विजेता कप्तान थे. उनके नेतृत्व ने टीम ने 1970-71 सत्र में रणजी खिताब जीता. नाईक के नेतृत्व की काफी सराहना की गई क्योंकि मुंबई ने उस सत्र में सुनील गावस्कर, अजीत वाडेकर, दिलीप सरदेसाई और अशोक मांकड़ जैसे सितारों के बिना रणजी ट्रॉफी जीती थी.

SPECIAL STORIES:

गुजरात कप्तान हार्दिक पांड्या ने इस युवा के बारे में की बड़ी भविष्यवाणी

अय्यर और शाकिब अल हसन IPL से बाहर, केकेआऱ ने इस बड़े दिग्गज को किया टीम में शामिल

जब 1972 का रणजी सत्र शुरू हुआ तो नाईक को अंतिम एकादश से बाहर कर दिया गया क्योंकि टीम में मुख्य बल्लेबाज वापस आ गए थे. उन्होंने 1974 में इंग्लैंड दौरे पर बर्मिंघम टेस्ट में पदार्पण किया जहां उन्होंने दूसरी पारी में हार के दौरान अपना एकमात्र अर्धशतक बनाते हुए 77 रन की पारी खेली.

उन्होंने 85 प्रथम श्रेणी मैच खेले और 35 से अधिक के औसत से 4376 जिसमें एक दोहरा शतक सहित सात शतक शामिल रहे. नाईक ने कोच के रूप में सक्रिय भूमिका निभाई. जहीर खान के करियर में उनकी बड़ी भूमिका रही क्योंकि वह उन्हें मुंबई में क्रिकेट खेलने के लिए लाए और उन्हें अपेक्षित अनुभव प्रदान किया. वह मुंबई चयन समिति के अध्यक्ष भी थे. बाद के वर्षों में उन्होंने नि:शुल्क वानखेड़े स्टेडियम के क्यूरेटर के रूप में काम किया.

Advertisement

--- ये भी पढ़ें ---

* IPL 2023: दिल्ली की लगातार 2 हार ने बदला Points Table का समीकरण, अब यह टीम टॉप पर, जानें पर्पल कैप और ऑरेंज कैप किसके पास है..
* IPL 2023: हार्दिक पंड्या ने 'किलर मिलर' के साथ की ऐसी हरकत, देख फूटा फूटा फैन्स का गुस्सा, लोगों ने दे डाली ऐसी नसीहत

स्पोर्ट्स से जुड़ी खबर के लिए सब्सक्राइब करें NDTV Sports HIndi

Advertisement
Featured Video Of The Day
Barricades टूटे, Stampede मची, Patna में Congress के Rojgar Mela में बेकाबू भीड़ | Bihar Election