- पूर्व जज जस्टिस हिमा कोहली और उनकी बहन नीलू कोहली टेनिस बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन कर रही हैं
- यह टूर्नामेंट स्वर्गीय मां मोहिंदर कोहली की याद में आयोजित किया गया है
- 76 टीमें इस टूर्नामेंट में भाग लेंगी, जिसमें लगभग 900 वकील शामिल होंगे और महिला पुरुष एक साथ खेलेंगे
T-10 टेनिस बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट शुरु होने वाला है जिसका आयोजन भारत के सुप्रीम कोर्ट की पूर्व जज जस्टिस हिमा कोहली और उनकी बहन नीलू कोहली कर रही हैं .ये आयोजन वो अपनी स्वर्गीय मां मोहिंदर कोहली की याद में कर रही हैं. ये टूर्नामेंट इसलिए अनूठा है क्योंकि ना सिर्फ इसमें जिला जज स्तर के न्यायिक अधिकारी और वकील हिस्सा लेंगे बल्कि इसकी टीमों में महिलाओं को भी पुरुषों के साथ भाग लेते हुए देखा जा सकेगा .इस टूर्नामेंट का मकसद कानूनी पेशे से जुड़े लोगों के बीच फिटनेस, दोस्ती और टीम वर्क को बढ़ावा देना है. आयोजकों के अनुसार, 76 टीमें जिनमें लगभग 900 वकील शामिल हैं इस इवेंट में हिस्सा लेंगे, जो कानूनी समुदाय की समावेशी प्रकृति को दर्शाता है. साथ की इसमें महिला पुरुष एक साथ एक टीम का हिस्सा बन सकते हैं .
- मैच नौ खिलाड़ियों वाले T-10 टेनिस-बॉल फॉर्मेट में खेले जाएंगे
- उद्घाटन समारोह सोमवार, 8 दिसंबर 2025 को दिल्ली हाई कोर्ट के एस-ब्लॉक ऑडिटोरियम में होगा'
इस कार्यक्रम में भारत के सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ
- जज जस्टिस विक्रम नाथ मुख्य अतिथि के रूप में और दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस देवेंद्र कुमार उपाध्याय सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल होंगे .
- टूर्नामेंट आधिकारिक तौर पर 12 दिसंबर 2025 को लोधी एस्टेट स्कूल ग्राउंड, खान मार्केट में शुरू होगा
- भाग लेने वाली 76 टीमों को 18 ग्रुप में बांटा गया है, जिसमें हर टीम अपने ग्रुप में लीग मैच खेलेगी
- टूर्नामेंट के स्ट्रक्चर के तहत, ग्रुप स्टेज से टॉप 16 टीमें प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचेंगी, जिसके बाद टॉप 8 टीमें क्वार्टर फाइनल में पहुंचेंगी.
- चार टीमें सेमीफाइनल में जाएंगी, और विजेता फाइनल में चैंपियनशिप ट्रॉफी के लिए मुकाबला करेंगे
जस्टिस हिमा कोहली ने कहा , " यह इवेंट मां मोहिंदर कोहली को श्रद्धांजलि है और इसका मकसद खेल भावना और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना से कानूनी बिरादरी को एक साथ लाना है. उन्होंने कहा, "हमारी मां सच में एक महान महिला थीं, बुद्धिमान, अनुशासित, मिलनसार, सहानुभूति रखने वाली और हमेशा मदद के लिए तैयार रहने वाली. भले ही वह अब शारीरिक रूप से हमारे साथ नहीं हैं, फिर भी वह नीलू और मेरे लिए एक सहारा बनी हुई हैं. अगर हम कभी किसी दुविधा में होते हैं, तो हम बस खुद से पूछते हैं कि मां इस स्थिति में क्या करतीं और जवाब तुरंत मिल जाता है "
जस्टिस हिमा कोहली कौन हैं.
जस्टिस हिमा कोहली (Justice Hima Kohli) सुप्रीम कोर्ट के इतिहास की 9 वीं महिला जज रही हैं. वे दिल्ली हाईकोर्ट से आईं सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज रहीं. वे कई ऐतिहासिक फैसलों में शामिल रहीं हैं. महिला अधिकारों की पक्षधर रहीं जस्टिस हिमा कोहली को 'टफ' जज कहा जाता था . मा कोहली 18 साल तक जज रही हैं. महिला अधिकारों को लेकर हमेशा से मुखर और एक ' टफ' जज मानी जाने वालीं हिमा कोहली सितंबर 2024 में सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुईं .. वो तेलंगाना हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस भी रहीं हैं.