मालढुलाई में कमी के बाद अब भारतीय रेल के लिए एक और चिंता पैदा हो गई है। जून में रेल यात्रियों की बुकिंग में आठ प्रतिशत की कमी आई है।
रेलवे का कहना है कि बे-टिकट यात्रियों की संख्या बढ़ने और सड़कों की स्थिति में सुधार के मद्देनजर यात्रियों की प्राथमिकता में बदलाव से उसके यात्रियों की बुकिंग घटी है।
रेल मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, जून में रेल यात्री खंड की वृद्धि नकारात्मक आठ प्रतिशत रही है।
30 जून, 2014 को समाप्त तिमाही में रेल यात्रा करने वालों की संख्या 223.59 करोड़ रही थी, जो 30 जून, 2015 को समाप्त तिमाही में 8.66 प्रतिशत घटकर 204.20 करोड़ रह गई।
उपनगरीय खंड में यात्रियों की संख्या में गिरावट अधिक रही है। इस खंड में पिछले साल जून तिमाही में 122.26 करोड़ लोगों ने यात्रा की थी, जो इस साल जून तिमाही में 11.96 प्रतिशत घटकर 107.64 करोड़ रह गई है।
रेल मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि यात्रियों की संख्या में कमी चिंता की बात है और हम सुधारात्मक उपाय कर रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि बे-टिकट यात्रियों के अलावा सड़कों की स्थिति में सुधार की वजह से भी लोग सड़क मार्ग से यात्रा को प्राथमिकता दे रहे हैं।
रेलवे ने 24 मई से 9 जून के दौरान देशभर में बेटिकट यात्रियों के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान 1.6 लाख लोगों को बिना टिकट यात्रा करते पकड़ा गया और उनसे 9 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया।