दूरसंचार नियामक ट्राई कॉल ड्राप के लिए उपभोक्ताओं को मुआवजा देने के बारे में जल्दी ही सिफारिशें देगा।
सूत्रों के अनुसार नियामक प्रत्येक कॉल ड्राप के लिए एक रुपये का मुआवजे का प्रस्ताव कर सकता है और इस संबंध में सिफारिशों कल आ सकती हैं। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के चेयरमैन आर एस शर्मा ने इससे पहले कहा था कि प्रस्ताव अक्तूबर के मध्य तक आएगा।
उधर, दूरसंचार नियामक ट्राई ने गुरुवार को कहा कि मुंबई और दिल्ली में 'कॉल ड्राप' के मामले में कोई उल्लेखनीय सुधार नहीं हुआ है और सेवा प्रदाता मानकों को पूरा करने के मामले में विभिन्न मोर्चे पर पीछे हैं। ट्राई का कहना है कि मुंबई में कोई भी मोबाइल सेवा प्रदाता मानक को पूरा नहीं कर पा रहा है जबकि दिल्ली में तीन प्रमुख कंपनियां एयरटेल, वोडाफोन तथा एयरसेल गुणवत्तापूर्ण सेवा देने के मामले में पीछे पाई गईं।
दिल्ली में सुधरी कुछ स्थिति, लेकिन मानक पूरे नहीं
दूरसंचार नियामक ने यह बात ऐसे समय कही है जब दूरसंचार कंपनियां और सरकार यह दावा कर रही हैं कि कॉल ड्राप की समस्या में सुधार हो रहा है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में आइडिया सेल्यूलर, रिलायंस कम्युनिकेशंस तथा टाटा टेलीसर्वसेज के नेटवर्क पर कॉल ड्राप की समस्या सुधरी है।
मुंबई में भी समस्या बरकरार
ट्राई ने बयान में कहा, 'मुंबई में कोई भी दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनी निर्धारित मानकों को पूरा नहीं करती, कुछ परिचालकों में मामूली सुधार हुआ है। वहीं दिल्ली में कुछ कंपनियों ने मानकों में सुधार किए हैं और तीन कंपनियां अभी भी मानकों को पूरा नहीं कर रही हैं।'
राष्ट्रीय राजधानी में एयरसेल तथा वोडाफोन नेटवर्क पर समस्या और खराब हुई है। एयरटेल ने गुणवत्ता में सुधार किया है लेकिन यह अभी भी निर्धारित मानकों से काफी पीछे है। आंकड़ों के अनुसार मुंबई में एयरसेल, आइडिया सेल्यूलर तथा टाटा टेलीसर्विसेज के नेटवर्क पर कॉल ड्राप की समस्या कुछ कम हुई है जबकि वोडाफोन, एयरटेल तथा रिलायंस कम्युनिकेंशस के नेटवर्क पर समस्या बढ़ी है।
नियामक के अनुसार दिल्ली में केवल टाटा टेलीसर्विसेज तथा मुंबई में एयरटेल नेटवर्क पर 'वॉयस' गुणवत्ता मानकों के अनुरूप है। उल्लेखनीय है कि दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने हाल ही में कहा था कि कॉल ड्राप की समस्या में सुधार होना शुरू हो गया है।