वैश्विक स्तर पर मजबूत रुख से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स करीब 92 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। एक समय सेंसेक्स में गिरावट दर्ज की गई थी लेकिन बाद में वैश्विक स्तर पर मजबूत रुख से तेल एवं गैस तथा सूचना प्रौद्योगिकी शेयरों की अगुवाई में बाजार में तेजी आई।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स शुरू में बढ़त के साथ खुला लेकिन बाद में रिजर्व बैंक की तिमाही मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत ब्याज दरों में बदलाव नहीं किए जाने से इसमें गिरावट आई और यह सोमवार के बंद के मुकाबले करीब 140 अंक की गिरावट के साथ 17,004.09 अंक तक नीचे चला गया।
बहरहाल, बाद में बाजार में करीब 200 अंक की तेजी आई और अंत में यह 92.50 अंक या 0.54 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,236.18 अंक पर बंद हुआ।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 29.20 अंक की बढ़त के साथ 5,229 अंक पर बंद हुआ।
सर्वाधिक गिरावट भारती एयरटेल के शेयर में दर्ज की गई। कंपनी का शेयर 2.77 प्रतिशत नीचे आया। स्टेट बैंक, हीरो मोटो कार्प तथा जिंदल स्टील में एक-एक प्रतिशत की गिरावट आई।
कारोबारियों के अनुसार रिजर्व बैंक का रुख उम्मीद के अनुरूप है लेकिन वैश्विक बाजार में तेजी से घरेलू बाजार पर सकारात्मक असर पड़ा।
फेडरल रिजर्व तथा यूरोपीय सेंट्रल बैंक की आर्थिक वृद्धि को गति देने की तैयारी के संकेत से एशियाई तथा यूरोपीय बाजार में तेजी दर्ज की गई। इसका घरेलू बाजार पर भी सकारात्मक असर पड़ा।