शेयर बाजार में मंगलवार को तेजी के साथ कारोबार की शुरुआत हुई. सेंसेक्स 292 अंक ऊपर 66882 के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है जबकि निफ्टी 72 अंक ऊपर 19784 पर कारोबार कर रहा है. निफ्टी में अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है.
उल्लेखनीय है कि स्थानीय शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला सोमवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में भी जारी रहा था और बीएसई सेंसेक्स 529 अंक की छलांग के साथ एक बार फिर नये रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी अपने अबतक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था.
विश्लेषकों के अनुसार, वैश्विक बाजारों में मिले-जुले रुख के बीच घरेलू कंपनियों के पहली तिमाही के परिणाम उम्मीद के अनुरूप रहने के साथ विदेशी संस्थागत निवेशकों की लिवाली से स्थानीय शेयर बाजारों में तेजी आई थी.
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 529.03 अंक यानी 0.80 प्रतिशत की बढ़त के साथ 66,589.93 अंक पर बंद हुआ था. यह इसका अबतक का सर्वकालिक उच्चस्तर रहा है. कारोबार के दौरान सेंसेक्स 595.31 अंक यानी 0.90 प्रतिशत की बढ़त के साथ रिकॉर्ड 66,656.20 अंक तक चला गया था.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 146.95 अंक यानी 0.75 प्रतिशत की बढ़त के साथ अबतक के उच्चतम स्तर 19,711.45 अंक पर बंद हुआ था. कारोबार के दौरान यह 167.35 अंक उछलकर रिकॉर्ड 19,731.85 अंक तक चला गया था.
सेंसेक्स के शेयरों में भारतीय स्टेट बैंक सर्वाधिक 2.82 प्रतिशत चढ़ गया था. इसके अलावा, विप्रो, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और इंडसइंड बैंक प्रमुख रूप से लाभ में रहे थे.
एचडीएफसी बैंक के वित्तीय परिणाम की घोषणा के बाद उसका शेयर दो प्रतिशत मजबूत हुआ था. बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ जून तिमाही में 29.13 प्रतिशत बढ़कर 12,370.38 करोड़ रुपये रहा था. नुकसान में रहने वाले शेयरों में टाटा मोटर्स, भारती एयरटेल, टाइटन और जेएसडब्ल्यू स्टील शामिल रहे थे.
चीन की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर अप्रैल-जून की दूसरी तिमाही में उम्मीद से कम यानी 6.3 प्रतिशत रही थी. विश्लेषकों का अनुमान था कि पिछले साल की समान अवधि में वृद्धि की सुस्त रफ्तार की वजह से चालू अप्रैल-जून तिमाही में चीन की अर्थव्यवस्था अधिक तेजी से बढ़ेगी.