देश के शेयर बाजारों में गत सप्ताह आधे फीसदी से कुछ कम गिरावट दर्ज की गई। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गत सप्ताह 0.30 फीसदी या 56.97 अंकों की गिरावट के साथ 18,625.34 पर बंद हुआ। इससे पिछले सप्ताह सेंसेक्स में 0.04 फीसदी की मामूली तेजी रही थी।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स निफ्टी गत सप्ताह 0.35 फीसदी या 19.95 अंकों की गिरावट के साथ 5,664.30 पर बंद हुआ। इससे पिछले सप्ताह निफ्टी में 0.14 फीसदी की मामूली तेजी रही थी।
गत सप्ताह सिर्फ चार कारोबारी सत्र संचालित हुए। दशहरा के मौके पर बुधवार को शेयर बाजार बंद रहे।
आलोच्य सप्ताह में बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप में भी एक फीसदी से अधिक गिरावट रही। मिडकैप सूचकांक 1.03 फीसदी या 68.47 अंकों की गिरावट के साथ 6,603.15 पर बंद हुआ। मिडकैप में इससे पिछले सप्ताह भी 0.08 फीसदी गिरावट रही थी।
गत सप्ताह स्मॉलकैप सूचकांक 1.16 फीसदी या 83.51 अंकों की गिरावट के साथ 7,086.24 पर बंद हुआ। स्मॉलकैप में इससे पिछले सप्ताह 0.84 फीसदी तेजी रही थी।
आलोच्य अवधि में सेंसेक्स में तेजी में रहने वाले शेयरों में प्रमुख रहे महिंद्रा एंड महिंद्रा (6.83 फीसदी), एलएंडटी (4.48 फीसदी), आईसीआईसी बैंक (2.13 फीसदी), टीसीएस (1.81 फीसदी) और एनटीपीसी (1.62 फीसदी)। सेंसेक्स में में गत सप्ताह गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे जिंदल स्टील (5.22 फीसदी), आईटीसी (3.88 फीसदी), एसबीआई (3.70 फीसदी), टाटा मोटर्स (2.77 फीसदी) और हिंदुस्तान युनिलीवर (2.61 फीसदी)।
बीएसई के 13 में से तीन सेक्टरों पूंजीगत वस्तु (2.34 फीसदी), वाहन (0.39 फीसदी) और बैंकिंग (0.18 फीसदी) में तेजी रही। बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (4.26 फीसदी), तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (3.01 फीसदी), रियल्टी (2.38 फीसदी), बिजली (1.60 फीसदी) और सार्वजनिक कम्पनियां (1.52 फीसदी)।
गत सप्ताह गुरुवार को संकटग्रस्त विमानन कम्पनी किंगफिशर एयरलाइंस के प्रबंधकों और तीन सप्ताह से हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों के बीच बकाए वेतन के भुगतान के मुद्दे पर सहमति बन गई और हड़ताली कर्मचारियों ने हड़ताल समाप्त कर काम पर लौटने की घोषणा कर दी। इसके साथ ही प्रबंधन ने भी अगले महीने से उड़ान शुरू हो जाने की सम्भावना व्यक्त की।
कम्पनी प्रबंधन द्वारा इस साल की समाप्ति से पहले चार महीने के बकाए वेतन के भुगतान का विश्वास दिलाने पर 25 दिनों से जारी हड़ताल की समाप्ति की घोषणा की गई।
एयरक्राफ्ट सर्विस इंजीनियर सतीश चंद्र मिश्रा ने घोषणा के बाद संवाददाताओं से गुरुवार को कहा, "वेतन के मुद्दे पर प्रबंधन के साथ समझौता हो गया है। हम तत्काल काम पर लौटेंगे। हम पहले भुगतान के तौर पर मार्च का वेतन आज हासिल करेंगे, इसके बाद 31 अक्टूबर को अप्रैल का वेतन मिलेगा, इसके बाद मई का वेतन दिवाली तक मिलेगा। चौथे माह (जून) का वेतन इस साल की समाप्ति तक दिसम्बर में किसी वक्त मिलेगा।"
मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय अग्रवाल ने कहा, "हमने कर्मचारियों की सभी चिंताएं दूर की। हम इन पर एकमत हो चुके हैं।"
अग्रवाल ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के तीसरे टर्मिनल पर कहा, "हम जल्द ही अपना पक्ष नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के सामने रखेंगे। हमें उम्मीद है कि हम जल्द ही आकाश (संचालन) में रहेंगे।"
समझौते के बाद गुरुवार और शुक्रवार को लगातार दो दिन कम्पनी के शेयरों में ऊपरी सर्किट लगा। शुक्रवार को कम्पनी के शेयरों में 11.40 रुपये की ऊपरी सर्किट सीमा पर कारोबार बंद हुआ।