अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट के असर से शेयर बाजारों में शानदार तेजी देखी गई। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 255.08 अंक चढ़कर 28,693.99 अंक की नई ऊंचाई पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी सूचकांक भी 94.05 की बढ़त के साथ 8,588.25 अंक के नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स आज के शुरुआती कारोबार में ही 326.61 अंक उछलकर 28,765.52 अंक की नई ऊंचाई पर पहुंच गया। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 97.20 अंक बढ़कर 8,591.40 अंक के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया।
शुक्रवार को कच्चे तेल की कीमतें 72 डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक लुढ़क गईं, जो पिछले चार साल के सबसे निचले स्तर के करीब है। पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) की गुरुवार को वियना में चली पांच घंटों की बैठक के बाद सऊदी अरब के पेट्रोलियम मंत्री अली अल-नियामी ने संवाददाताओं से कहा कि ओपेक सदस्य तेल का उत्पादन नहीं घटाएंगे।
उल्लेखनीय है कि वैश्विक स्तर पर तेल की मांग में गिरावट तथा अमेरिका द्वारा ज्यादा तेल उत्पादन के कारण जून से ही कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखी जा रही थी। बैठक में घटते तेल मूल्य का मुद्दा प्रमुखता से छाया रहा। यूरो जोन और चीन में औद्योगिक उत्पादन में धीमी वृद्धि के कारण और अमेरिका में तेल उत्पादन अधिक रहने के कारण कच्चे तेल की अंतर्राष्ट्रीय कीमतों में पिछले कुछ महीनों में भारी गिरावट देखी गई है।