बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बुधवार को 317.72 अंक लुढ़ककर 25,714.66 अंक पर बंद हुआ। एक दिन की तेजी के बाद बाजार में गिरावट आई। पिछले पांच कारोबारी सत्रों में यह चौथा दिन है जब बाजार में गिरावट दर्ज की गई। चीन सरकार की तरफ से अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए उठाए गए कदमों से भी बाजार धारणा नहीं सुधरी।
अगस्त के डेरिवेटिव्स सौदों का मंगलवार को आरिखी दिन होने के नाते सटोरियों ने मुनाफावसूली के लिए बिकवाली बढ़ा दी थी।
बैंक, स्वास्थ्य, रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों, आईटी, तेल एवं गैस पूंजीगत वस्तु, वाहन, सार्वजनिक कंपनियों तथा उपभोक्ता टिकाउ सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली देखी गयी।
30 शेयरों वाला बंबई शेयर बाजार का सूचकांक शुरुआती कारोबार में मजबूत होकर 26,156.61 अंक तक चला गया लेकिन बाद में इसमें गिरावट आई और यह 26,000 के स्तर से नीचे चला गया। अंत में यह 317.72 अंक या 1.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,714.66 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स कल 290.82 अंक मजबूत हुआ था।
50 शेयरों वाला नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 88.25 अंक या 1.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,791.85 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 18 नुकसान में रहे।
चीन के केंद्रीय बैंक ने अर्थव्यवस्था केा मजबूती देने तथा शेयर बाजार में जारी गिरावट को थामने के लिये कल ब्याज दरों में कटौती की और बैंकों पर लागू आरक्षित नकदी की आवश्यकता में कटौती भी की। बोनांजा पोर्टफोलियो के निदेशक प्रकाश गोयल ने कहा, ‘‘..इससे चीन की अर्थव्यवस्था को लेकर वैश्विक बाजारों में कोई अच्छा संकेत नहीं गया।’’
चीन के केंद्रीय बैंक के कदम के बावजूद शंघाई कंपोजिट सूचकांक 1.27 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। दोपहर बाद यूरोपीय बाजारों में भी प्रारंभिक कारोबार में गिरावट चल रही थी।