भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को संकट-ग्रसित यस बैंक में 7,250 करोड़ रुपये लगाने की मंजूरी मिल गयी. देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी. एसबीआई ने बीएसई को बताया, ‘‘केंद्रीय बोर्ड की कार्यकारी समिति की 11 मार्च को हुई बैठक में 10 रुपये प्रति शेयर की दर से यस बैंक के 725 करोड़ शेयर खरीदने को मंजूरी दी गयी. अभी इस सौदे को नियामकीय मंजूरियां मिलनी शेष हैं.'' इस घोषणा से साफ है कि सरकारी ऋणदाता एसबीआई आर्थिक संकट से जूझ रहे यस बैंक में 7,250 करोड़ रुपये की पूंजी लगाएगा. गुरुवार को एसबीआई के केंद्रीय बोर्ड की कार्यकारी समिति ने बताया कि 11 मार्च को आयोजित एक मीटिंग में यह फैसला लिया गया कि एसबीआई की यस बैंक में 49 प्रतिशत तक की हिस्सेदारी रहेगी.
यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब बीते सप्ताह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने यस बैंक के पुनर्गठन को लेकर एक मसौदा तैयार किया था. जिसमें बताया गया था कि एसबीआई ने यस बैंक में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी की इच्छा जाहिर की है.
एनडीटीवी से बातचीत में एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने बताया कि वे यस बैंक खाताधारकों पर पैसो की निकासी के लिए लगी रोक को खत्म करने के लिए आरबीआई के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. रजनीश कुमार ने बताया कि इस पाबंदी को इस सप्ताह खत्म किया जा सकता है.
बता दें कि गुरुवार का दिन सेंसेक्स और निफ्टी के लिए काफी बुरा रहा. एसबीआई का स्टॉक बीएसई पर 13.23 प्रतिशत पर लुढ़कने के बाद, 212.75 रुपये पर बंद हुआ. वहीं, यस बैंक का शेयर भी 13 प्रतिशत से ज्यादा गिर गया. जबकि निफ्टी बैंक इंडेक्स 9.50 प्रतिशत पर समाप्त हुआ.