नौकरीपेशा लोगों के लिए यह खुशखबरी है. अगले साल आपके वेतन में 10 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है जबकि जो स्टार-परफॉर्मर हैं, उनकी सैलरी इससे भी ज्यादा ब़़ढ सकती है. यह कहा गया है 2016 सैलरी बजट प्लानिंग (तीसरी तिमाही) रिपोर्ट में. यह रिपोर्ट ग्लोबल एडवायजरी, ब्रोकिंग और सॉल्यूशन कंपनी विलिस टावर्स वाटसन ने रिलीज की है.
रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2017 में भारत में वेतन में 10 फीसदी की ब़़ढोतरी होगी जोकि साल 2016 के बराबर ही होगी. अगर इसमें से मुद्रास्फीति को घटा दिया जाए, जोकि औसतन 5.7 फीसदी है, तो वास्तविक रूप में सैलरी सिर्फ 4.3 फीसदी ही बढेगी. 2016 के मुकाबले यह 4.4 फीसदी कम होगी. रिपोर्ट के मुताबिक, सैलरी संबंधी बजट कम होने के कारण कंपनियां अच्छा प्रदर्शन करने वालों को प्राथमिकता दे रही हैं. ऐसा ही ट्रेंड एशिया पैसिफिक क्षेत्र में भी देखा जा रहा है. रिपोर्ट के मुतबाकि, देखा गया है कि भारत में सैलरी के बजट का 38 फीसदी हिस्सा टॉप परफॉमर्स को मिलता है. दूसरा 34 फीसदी हिस्सा औसत से ज्यादा काम करने वालों को मिलता है. वहीं बचा हुआ 28 फीसदी हिस्सा औसत काम करने वालों को मिलता है.
डेटा सर्विसेस प्रैक्टिस लीडर संभव राकयान के मुताबिक, डेटा से साफ है कि कंपनियां अच्छा प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को बाकी कर्मचारियों से अच्छी सैलरी दे रही हैं. यदि ऐसा नहीं करेंगी तो कंपनियों को अपने पास अच्छे कर्मचारियों को रखने में दिक्कत आ सकती है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2016 में उन्होंने सैलरी 10.8 फीसदी सैलरी ब़़ढने का अनुमान लगाया था लेकिन ब़़ढी सिर्फ 10 फीसदी. रिपोर्ट के मुताबिक, अगर यह पैटर्न इसी तरह चलता रहा तो आने वाले सालों में भारत में सैलरी सिर्फ 'सिंगल डिजिट' में ही ब़़ढेगी, यह 2911 के बाद पहली बार होगा, यदि ऐसा हुआ तो...
वैसे यदि भारत में वेतन बढने की तुलना दूसरे विकसित और उभरते हुए देशों से की जाए तो यहां वेतन में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी है. इंडोनेशिया में यह 9 फीसदी है, श्रीलंका में 8.9 फीसदी है, चीन में 7 फीसदी और फिलीपींस में 6.4 फीसदी है. वहीं अमेरिका और ब्रिटेन जैसे विकसित देशों में वेतन 3 फीसदी ब़़ढ सकता है. फार्मा सेक्टर में सबसे ज्यादा सैलरी 11 फीसदी ब़़ढने की संभावना है. वित्तीय सेक्टर में औसत 8.5 से भी कम ब़़ढोतरी की संभावना है. वहीं वित्तीय सेक्टर में 8.5 फीसदी वेतन में ब़़ढोतरी होगी.
बता दें कि एशिया पैसिफिक सैलरी बजट प्लानिंग रिपोर्ट छमाही आधार पर होने वाले सर्वे की कंपाइल्ड रिपोर्ट है जिसे विलिस टावर्स वाटसन की डाटा सर्विसेस प्रैक्टिस द्वारा किया गजाता है. यह सर्वे विलिस टॉवर वाटसन ने जुलाई 2016 में किया था. इसमें एशिया पैसिफिक के 22 देशों के 4000 लोगों की राय ली गई थी.