रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बुधवार को कहा कि वह अगले तीन साल में अपने पूरे कारोबार में 1.8 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी और अपनी बहुप्रतीक्षित 4जी ब्रॉडबैंड सेवा 2015 तक पेश करेगी।
पेट्रोलियम, पेट्रोरसायन, रिटेलिंग और ब्रॉडबैंड जैसे विविध प्रकार के कारोबार से जुड़ी इस कंपनी ने कहा है कि वह दुनिया की शीर्ष 50 कंपनियों में शामिल होने की योजना बना रही है।
आरआईएल की 40वीं सालाना आम बैठक को संबोधित करते हुए अंबानी ने कहा कि पेट्रो-रसायन इकाइयों का मुनाफा बढ़ाने, पेट्रोलियम कारोबार के विस्तार, अधिक खुदरा दुकानें खोलने और दूरसंचार कारोबार शुरू करने के लिए समूह द्वारा 1,80,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
आरआईएल की दूरसंचार इकाई रिलायंस जियो इन्फोकॉम देश की इकलौती कंपनी है, जिसे 4जी सेवा प्रदान करने की मंजूरी है। मुकेश अंबानी ने कहा कि इस सेवा का जमीनी आधार पर परीक्षण अगस्त में शुरू किया जाएगा और इसका वाणिज्यिक परिचालन 2015 में शुरू होगा।
अंबानी ने कहा कि रिलायंस आय के लिहाज से खुदरा कारोबार के क्षेत्र में पिछले वित्त वर्ष में देश की सबसे बड़ी कंपनी रही। समूह ने हर 3-4 साल में अपने खुदरा कारोबार की आय दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। इस मौके पर उनकी मां कोकिला अंबानी, पत्नी नीता अंबानी और उनके बच्चे मौजूद थे।
अंबानी ने कहा कि आरआईएल फिलहाल फॉर्च्यून की 500 वैश्विक कंपनियों की सूची में 135वें नंबर पर है और वह शीर्ष 50 में शामिल होना चाहती है। इस बीच नीता अंबानी को आज कंपनी के निदेशक मंडल में शामिल किया गया। अंबानी ने कहा, पिछले 37 साल में हमने 2,40,000 करोड़ रुपये का निवेश किया और इस ताजा तीन साल के निवेश चक्र में हम 1,80,000 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे।
उन्होंने कहा कि आरआईएल अपने इतिहास के निवेश चक्र के मध्य-बिंदु पर है। पेट्रोरसायन परियोजनाओं, रिफाइनिंग, खुदरा एवं दूरसंचार की कुछ परियोजनाएं अगले दो साल में चालू हो जाएंगी।
उन्होंने कहा, अगला तीन साल आरआईएल की यात्रा परिवर्तन में कायाकल्प का दौर होगा... उस समय तक हमारी पहली सार्वजनिक पेशकश पूरे हो चुके होंगे और हम एक बिल्कुल अलग कंपनी बन चुके होंगे। हम अगले तीन साल में इतनी उपलब्धियां हासिल करना चाहते हैं, जो हमने पिछले 37 साल में हासिल की है। कंपनी अपने हर मौजूदा कारोबार को मजबूत कर रही है। कंपनी हर 3-4 साल में अपना कारोबार दोगुना करना चाहती है और वह भारत की प्रमुख खुदरा कंपनी बनना चाहती है।
मुकेश अंबानी ने कहा, अगले तीन साल में पेट्रोरसायन एवं रिफाइनिंग की विशाल परियोजनाओं को शुरू करने, अपने खुदरा कारोबार को मजबूत करने और जियो (रिलायंस) पेश करने से, कॉरपोरेट यात्रा के 40 साल पूरा करने तक हम फॉर्च्यून 50 कंपनियों की जमात में शामिल होने की तमन्ना पूरी करने के करीब होंगे।
अपने तेल एवं गैस कारोबार के संबंध में उन्होंने कहा कि पूरी कोशिश है कि मौजूदा क्षेत्रों से उत्पादन अधिकतम किया जा सके। इधर, कंपनी की बीपी के साथ भागीदार के तीन साल हो जाएंगे। इस भागीदारी में केजी-डी6 और सीवायडी5 ब्लॉक में दो महत्वपूर्ण खोज हुई है।