राजस्थान के उद्योग मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के अनुसार प्रदेश की आर्थिक दिशा और दशा बदलने के लिए गुलाबी नगरी जयपुर में गुरुवार से शुरू हो रहे दो दिवसीय रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट 15 की सभी तैयारियां पूरी हो गई है।
उन्होंने कहा कि इस दौरान तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के एमओयू पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है और इनमें से कई एमओयू पिछले दिनों हो चुके हैं। समिट में ग्यारह से बारह केन्द्रीय मंत्री और दिग्गज उद्योगपति भाग लेंगे।
प्रतिनिधियों का पहुंचना आरंभ
खींवसर ने को बताया कि दो दिवसीय समिट में प्रतिनिधियों का पहुंचना आरंभ हो गया है। उन्होंने बताया कि समिट के दौरान सौर ऊर्जा क्षेत्र में सबसे अधिक एमओयू होंगे, इसके बाद खनन, पेट्रोलियम, शहरी विकास उद्योग, पर्यटन क्षेत्र समेत अन्य क्षेत्र में निवेश के लिए एमओयू होंगे। उन्होंने कहा कि निवेशकों में समिट को लेकर काफी उत्साह है।
केन्द्र के 10 से अधिक मंत्रियों के शामिल होने की उम्मीद
खींवसर ने बताया कि दो दिवसीय समिट में केन्द्र के 10 से अधिक मंत्रियों के शामिल होने की उम्मीद है जिनमें शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू, सड़क परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी, रेलमंत्री सुरेश प्रभु, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री कलराज मिश्र, दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद, खनन मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, कौशल एवं विकास मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी और वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर, कोयला एवं ऊर्जा पीयूष गोयल और वाणिज्य एवं उद्योग निर्मला सीतारमण जैसे नाम शामिल हैं।
कई दिग्गज उद्योगपति भाग लेंगे
खींवसर के अनुसार समिट में रिलायंस ग्रुप के अध्यक्ष अनिल अम्बानी, टाटा संस के अध्यक्ष साइरस पी मिस्त्री, महेन्द्रा एंड महेन्द्रा के अध्यक्ष आनंद महेन्द्रा, भारती एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष राकेश भारती मित्तल, अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी, गोदरेज समूह के अध्यक्ष आदि गोदरेज, वेंदाता समूह के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल समेत अन्य कई दिग्गज उद्योगपति भाग लेंगे।
तीन हजार से अधिक प्रतिनिधियों का आना तय
दो दिवसीय समिट में आयोजन विभाग सूत्रों के अनुसार समिट में तीन हजार से अधिक प्रतिनिधियों का आना तय है। प्रतिनिधियों का मंगलवार की रात से जयपुर पहुंचना आरंभ हो गया है। उन्होंने बताया कि समिट के प्रथम दिन स्मार्ट सिटी, राष्ट्रीय राज मार्ग, शहरी विकास, पर्यटन विकास, ऑटो सेक्टर, स्वास्थ्य, मेक इन इंडिया, स्केलिंग इन राजस्थान, कृषि एवं खाद्य प्रंस्करण, विपणन और निवेश की संभावना, खनन विकास, निवेश के लिए अनुकूल माहौल विषयक एवं जापान, सिंगापुर पर विशेष सत्र आयोजित होंगे।
सूत्रों ने बताया कि समिट के अन्तिम दिन 20 नवम्बर को विकास एवं चुनौतियां विषयक पर चर्चा होने के बाद समापन सत्र होगा। राज्य के मुख्य सचिव सी एस राजन के अनुसार समिट के लिए तीन हजार प्रतिनिधियों का पंजीकरण हो चुका है। इसमें एक हजार प्रतिनिधि राजस्थान के बाहर से है और पंजीकरण अब बंद किया जा चुका है। इधर दो दिवसीय समिट को लेकर गुलाबी नगरी को अच्छी तरह सजाया गया है।
सम्मेलन को राजस्थानी पहचान देने के उद्देश्य से इसके स्थलों का नामकरण राजस्थान के प्रमुख किलों आमेर किला, कुंभलगढ़ किला, गागरोन किला का नाम दिया गया है। प्रतिनिधियों को राजस्थान की कला और संस्कृति से रूबरू करवाने के लिए जनपथ पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसकी तैयारिया करीब एक सप्ताह से चल रहीं है।
सुरक्षा व्यवस्था के लिए करीब पांच हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात
दो दिवसीय समिट के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए करीब पांच हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। सुरक्षा के लिए पड़ोसी जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल बुला कर कार्यक्रम स्थलों, सार्वजनिक स्थलों एवं अन्य स्थानों पद तैनात किया गया है।
जयपुर जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्टेट कृष्ण कुणाल ने सांगानेर हवाई अड्डे के आसपास सुरक्षा की दृष्टि से रात से धारा 144 लागू कर दी है। हवाई अड्डे के नजदीक निर्माणाधीन बहुमंजिले भवनों पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है और इनमें काम कर रहे श्रमिकों पर करीबी नजर रखी जा रही है। मेहमानों को सड़कों पर भिखारी नजर नहीं आए इसके लिए जिला प्रशासन ने तीन दिन पहले ही एक अभियान चलाकर भिखारियों को पकड़ कर अन्य स्थानों पर छोड़ दिया है।