शेयर बाजारों के प्रमुख सूचकांकों में गत सप्ताह करीब आधे फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जबकि धातु सेक्टर में 4.5 फीसदी उछाल दर्ज की गई।
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गत सप्ताह 0.39 फीसदी या 75.25 अंकों की गिरावट के साथ 19,242.00 पर बंद हुआ। इसी अवधि में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 0.54 फीसदी या 31.9 अंकों की गिरावट के साथ 5,847.70 पर बंद हुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट रही। मिडकैप 0.02 फीसदी या 1.33 अंकों की गिरावट के साथ 6,997.72 पर, जबकि स्मॉलकैप 0.38 फीसदी या 28.21 अंकों की गिरावट के साथ 7,325.51 पर बंद हुआ।
बीएसई में छह सेक्टरों धातु (4.44 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.97 फीसदी), वाहन (0.81 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.60 फीसदी), पौद्योगिकी (0.41 फीसदी) और सार्वजनिक कम्पनियां (0.41 फीसदी) में तेजी रही। गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे पूंजीगत वस्तु (1.95 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (1.80 फीसदी), तेल एवं गैस (1.23 फीसदी), रियल्टी (0.90 फीसदी) और तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (0.86 फीसदी)।
सेंसेक्स में इस सप्ताह तेजी में रहने वाले शेयरों में प्रमुख रहे हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, जिंदल स्टील, टाटा स्टील, स्टरलाइट इंडस्ट्रीज और सिप्ला। गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे आईटीसी, एचडीएफसी, एलएंडटी, एचडीएफसी बैंक और रिलायंस।
दिसम्बर महीने में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 20 दिसम्बर तक 18,380 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं। एफआईआई ने इस साल 20 दिसम्बर तक 1,21,652.10 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की लिवाली की है।
अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार को मौद्रिक नीति समीक्षा में मुख्य नीतिगत दरों में कमी नहीं की। हालांकि बैंक ने कहा कि अब उसका ध्यान विकास पर रहेगा, जिसपर पिछले कुछ महीने में काफी बुरा असर पड़ा है।
संसद में इस सप्ताह बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक 2012 पारित हो गया। इस विधेयक में निजी बैंकों में निवेशकों का मताधिकार वर्तमान 10 फीसदी से बढ़ाकर 26 फीसदी करने का प्रावधान है। इसके साथ ही रिजर्व बैंक द्वारा नए बैंकिंग लाइसेंस जारी करने का रास्ता भी साफ हो गया।
लोकसभा ने मंगलवार को बैंकिंग संशोधन विधेयक को पारित कर दिया। जबकि गुरुवार को राज्य सभा में यह पारित हो गया। इसके कारण विदेशी निवेशकों के लिए भारतीय बैंकिंग क्षेत्र आकर्षक हो जाएगा और क्षेत्र में विलय की सम्भावना बढ़ सकती है।
सदन में बहस के दौरान वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम ने कहा कि इससे भारत में विश्व स्तरीय बैंक के उभरने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, "हमें और अधिक बैंक की जरूरत है। यह सही है कि हम शाखाओं की संख्या बढ़ा रहे हैं, लेकिन यह काफी नहीं है। हमें दो-तीन वैश्विक आकार के बैंक चाहिए।"
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को बताया कि भारत और 10 सदस्यीय आसियान समूह ने सेवा और निवेश पर मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) से सम्बंधित वार्ता पूरी कर ली। प्रधानमंत्री ने यह जानकारी आसियान के साथ भारत की साझेदारी के 20 वर्ष के स्मारक शिखर सम्मेलन में दी।
भारत और आसियान के बीच वस्तु क्षेत्र में पहले से एफटीए है। दोनों ने 2015 तक आपसी व्यापार को 100 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है, जो अभी 80 अरब डॉलर है।