रेल यात्रा के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिये रेलवे ने जीपीएस-आधारित यात्री सूचना प्रणाली और आग एवं धुएं की पहचान करने वाली सुविधाओं से लैस नये हमसफर कोचों की शुरुआत की गई है.
यात्रियों से प्राप्त प्रतिक्रिया के बाद इन कोचों में मोबाइल चार्जिंग की सुविधा एवं प्रत्येक यात्री के लिये पढ़ने में सहायक प्रकाश की सुविधा के साथ ऊपरी बर्थ पर चढ़ने के आसान इंतजाम किये गये हैं.
हमसफर एक्सप्रेस के लिये बजट में वादा किया गया था. यह ट्रेन पूरी तरह 3-एसी सेवा के साथ जीपीएस-आधारित यात्री सूचना प्रणाली, यात्री घोषणा, आग एवं धुआं पहचान प्रणाली और शमन प्रणाली जैसी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी.
उन्नत कोचों में बच्चों की नैपी बदलने के लिये सुविधा और चाय तथा कॉफी बनाने का यंत्र उपलब्ध होगा. पिछले साल 16 दिसंबर को गोरखपुर और आनंद विहार के बीच पहली हमसफर ट्रेन की शुरुआत हुई थी.
कुल 11 हमसफर रेल होंगी जिनमें से छह का संचालन हो रहा है. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने नयी हमसफर ट्रेन कोचों की जांच के बाद कहा, हमसफर ट्रेन पहले से ही चल रही हैं और हमें यात्रियों से प्रतिक्रिया मिली है, इसलिए उसके आधार पर हमने अतिरिक्त सुविधाओं के साथ इन्हें और बेहतर किया है. (न्यूज एजेंसी भाषा की रिपोर्ट पर आधारित)