शेयर बाजार में आगामी सप्ताह में व्यापक आर्थिक आंकड़े, मॉनसूनी बारिश की प्रगति, विदेशी संस्थापक निवेशकों और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) द्वारा किए जाने वाले निवेश, रुपये की चाल और कच्चे तेल की कीमत मिलकर इसकी चाल तय करेंगे.
सोमवार 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के कारण शेयर बाजार बंद रहेंगे. मंगलवार को जब बाजार खुलेंगे तो निवेशकों की नजर सरकार द्वारा घोषित किए जाने वाले जुलाई के थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) के आंकड़ों पर रहेगी, जो 16 अगस्त 2016 को जारी किए जाएंगे. इससे पहले जून में डब्ल्यूपीआई में 1.62 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी और मई 2016 में यह 0.79 फीसदी पर था.
इसके साथ ही निवेशकों की नजर मॉनसून की चाल पर भी रहेगी. अब तक पूरे देश में औसत से बेहतर मॉनसून रहा है. भारतीय मौसम विभाग ने 11 अगस्त को जारी अपने साप्ताहिक पूर्वानुमान में बताया कि पूरे देश में इस साल अब तक (एक जून से 10 अगस्त तक) मॉनसूनी बारिश लंबे समय के औसत से 3 फीसदी अधिक हुई है.
इस सप्ताह सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों पर भी नजर रहेगी, क्योंकि वे महीने के बीच में तेल की कीमतों की समीक्षा करेंगी. तेल कंपनियां महीने के बीच में और अंत में हर पखवाड़े कच्चे तेल की अंतर्राष्ट्रीय कीमतों के आधार पर तेल कीमतों की समीक्षा करती हैं.
वही, वैश्विक स्तर पर अमेरिका में जुलाई के हाउसिंग स्टार्ट रिपोर्ट पर भी नजर रहेगी जो 16 अगस्त को जारी किए जाएंगे. इसमें अमेरिका में पिछले महीने की आवासीय गतिविधियों की जानकारी होती है कि कितने नए निर्माण किए गए आदि. इसी दिन अमेरिका के औद्योगिक उत्पादन के जुलाई के आंकड़े भी जारी किए जाएंगे.
वहीं, बुधवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की फेडरल ओपेन मार्केट कमिटी (एफओएमसी) मौद्रिक नीति को लेकर हुई अंतिम बैठक के मिनट्स जारी करेगी. फेड ने 28 जुलाई 2016 को हुई मौद्रिक नीति की दो दिवसीय बैठक के बाद ब्याज दरों को अत्यंत निचले स्तरों पर बनाए रखने का फैसला किया है. इस बैठक के मिनट्स से फेड के अगले कदमों के बारे अंदाजा मिलेगा, जिसका दुनिया भर के शेयर बाजारों पर असर होगा.
वहीं, मंगलवार को बाजार खुलने के बाद सिप्ला के शेयरों पर नजर रहेगी क्योंकि सिप्ला ने अपनी तिमाही के आंकड़े शुक्रवार (12 अगस्त 2016) को बाजार बंद होने के बाद जारी किए थे. पॉवरग्रिड कॉरपोरेशन मंगलवार (16 अगस्त 2016) को वर्तमान वित्त वर्ष की पहली तिमाही के आंकड़े जारी करेगी.