भारत और जापान द्विपक्षीय एवं वैश्विक साझेदारी विशेषकर आर्थिक एवं सुरक्षा क्षेत्रों में साझेदारी को बढ़ावा देने को सहमत हुए हैं। जापान ढांचागत सुविधाओं के निर्माण के लिए भारत को 2.32 अरब डॉलर की सहायता देगा।
विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद के साथ यहां मुलाकात के बाद जापान के विदेशमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा, ‘‘हमें एक मजबूत सहयोगी रिश्तों का निर्माण होने और भारत के साथ रणनीतिक एवं वैश्विक साझीदारी की उम्मीद है।’’ कल मुलाकात के दौरान किशिदा ने भारत के लिए ढांचागत सुविधाओं के निर्माण के वास्ते 220 अरब येन (2.32 अरब डॉलर) की सहायता और भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई में सबवे परियोजना के लिए 71 अरब येन (75.31 करोड़ डॉलर) का ऋण देने की पेशकश की।
जापानी समाचार एजेंसी क्योदो की रिपोर्ट के मुताबिक, खुर्शीद ने जापान की सहायता की पेशकश की यह कहते हुए सराहना की कि ‘‘इस तरह की मदद का इस्तेमाल हमारी ढांचागत सुविधाओं के उन्नयन में किया जाता रहा है। दिल्ली मेट्रो परियोजना से दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में लाखों भारतीय नागरिकों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।’’
क्योदो की रिपोर्ट के मुताबिक, यह ऋण पैकेज चार परियोजनाओं के लिए है जिसमें नई दिल्ली और मुंबई को जोड़ने वाली एक माल ढुलाई रेल परियोजना और दक्षिण भारत में एक सबवे निर्माण की परियोजना शामिल है।
दोनों नेता भावी हाई.स्पीड रेल परियोजना पर सहयोग बढ़ाने पर भी सहमत हुए।
खुर्शीद ने कहा, ‘‘सुरक्षा के क्षेत्र में हमारे बीच सहयोग बेहतर ढंग से आगे बढ़ रहा है। इस साल की शुरुआत में, हमने जापानी समुद्री आत्मरक्षा बल के प्रमुख का भारत में स्वागत किया और आपके रक्षा मंत्री इस साल के अंत तक भारत की यात्रा पर आने वाले हैं। भारत और जापान के बीच प्रथम समुद्री मामलों की वार्ता इस साल जनवरी में हुई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एशिया की दो सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों के तौर पर हम एशिया प्रशांत क्षेत्र में आपस में सहयोग बढ़ाने को सहमत हैं। विदेश मंत्री किशिदा और हम इस बात पर सहमत हैं कि भारत और जापान पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन की प्रक्रिया के भीतर अपने क्रियाकलापों के बीच तालमेल बिठाएंगे।’’
किशिदा ने कहा, ‘‘हम समुद्री सुरक्षा और संयुक्त प्रयासों के जरिए सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक दूसरे का सहयोग करने के साथ साथ द्विपक्षीय राजनीतिक वार्ता एवं जापान, अमेरिका व भारत के बीच त्रिपक्षीय राजनीतिक वार्ता को आगे बढ़ाने को सहमत हैं।’’
क्योदो के मुताबिक, दोनों देशों के बीच असैन्य परमाणु ऊर्जा सहयोग के तहत दोनों नेता द्विपक्षीय परमाणु ऊर्जा संधि पर बातचीत को आगे बढ़ाने पर भी सहमत हुए।
दोनों नेताओं ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जापान यात्रा के बारे में भी चर्चा की जो पिछले साल नवंबर से ही टलती जा रही है, लेकिन यह ‘जल्द ही’ हो सकती है।
खुर्शीद ने कहा, ‘‘हमारी महत्वाकांक्षा अपने संबंधों को 634 मीटर ऊंची स्काईट्री कम्युनिकेशंस टावर से भी थोड़ा ऊंचा ले जाने की है।’’ यह टावर तोक्यो में एक नया लैंडमार्क है।