आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) बाजार में इस समय रौनक है और निर्गम लाने के लिए कंपनियों की कतार लगी हुई है। लेकिन मुख्य रूप से सिर्फ संस्थागत निवेशक ही आईपीओ को लेकर उत्साह दिखा रहे हैं। न तो खुदरा निवेशक और न ही अति धनाढ्यों (एचएनआई) द्वारा आईपीओ में रुचि दिखाई जा रही है।
इस सप्ताह दो आईपीओ आने हैं। इनमें बजट विमानन कंपनी इंडिगो की मूल कंपनी इंटरग्लोब एविएशन तथा इत्र बनाने वाली कंपनी एसएच केलकर एंड कंपनी का आईपीओ शामिल हैं। इससे पिछले दो निर्गमों कॉफी डे और प्रभात डेयरी में खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित शेयरों के लिए पूर्ण अभिदान नहीं मिल पाया था।
कॉफी डे के मामले में तो एचएनआई और यहां तक कि उसके कर्मचारियों के लिए आरक्षित शेयरों पर भी पूर्ण अभिदान नहीं मिला था। शेयर बाजारों के आंकड़ों के अनुसार, हालांकि दोनों ही आईपीओ संस्थागत निवेशकों की मजबूत प्रतिक्रिया की वजह से सफल रहे थे।
ज्यादातर ब्रोकरेज कंपनियां और निवेश बैंकर निवेशकों को आगामी आईपीओ में निवेश करने की सलाह दे रहे हैं। हालांकि, वे इस तथ्य को लेकर सतर्क हैं कि हाल के निर्गमों में खुदरा निवेशकों ने उत्साह नहीं दिखाया था।
कुछ ने इस बात को स्वीकार किया कि ऊंचे मूल्य की वजह से खुदरा निवेशक इन निर्गमों से दूर रह सकते हैं। उन्होंने इसके लिए प्रवर्तकों और मौजूदा निजी इक्विटी निवेशकों को दोष दिया। इंटरग्लोब का आईपीओ 27 अक्टूबर को खुलेगा। कंपनी का आईपीओ के जरिये 3,000 करोड़ रुपये जुटाने का इरादा है। एसएच केलकर का 500 करोड़ रुपये का आईपीओ 28 अक्टूबर को खुलेगा।
कैफे कॉफी डे रेस्तरांओं की सीरीज का परिचालन करने वाली कॉफी डे एंटरप्राइजेज का 1,150 करोड़ रुपये का आईपीओ 16 अक्टूबर को बंद हुआ था। इसके लिए 1.82 गुना अभिदान मिला था। हालांकि खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित शेयरों पर सिर्फ 90 प्रतिशत अभिदान ही मिल पाया था। वहीं कर्मचारियों के लिए आरक्षित शेयरों पर 86 प्रतिशत अभिदान मिला था।
प्रभात डेयरी का आईपीओ 4 सितंबर को बंद हुआ। इसमें भी खुदरा निवेशकों के खंड में सिर्फ 34 प्रतिशत अभिदान ही मिला। हालांकि, अन्य निवेशकों की वजह से यह आईपीओ सफल रहा था।
वर्ष 2015 में 16 कंपनियों ने आईपीओ के जरिये 7,800 करोड़ रुपये जुटाए हैं। यह पिछले चार साल का सबसे बेहतर आंकड़ा है। कॉफी डे और प्रभात डेयरी के अलावा पेन्नार इंजीनियर्ड बिल्डिंग सिस्टम्स, पीएनसी इन्फ्राटेक, एमईपी इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स तथा आर्टेल कम्युनिकेशन के आईपीओ में भी खुदरा निवेशकों ने उत्साह नहीं दिखाया था।