कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच अन्तरबैंक विदेशी विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 71.71 पर बंद हुई. बाजार सूत्रों ने कहा कि कच्चे तेल में तेजी और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की ओर से पूंजी बाजार से धन की निकासी के दबाव से रुपये की विनिमय दर प्रभावित हुई. सऊदी अरब के नये ऊर्जा मंत्री शहजादे अब्दुल अजिज बिन सलमान द्वारा तेल उत्पादन में और कटौती की संभावना जाहिए किए जाने की वजह से कच्चे तेल का भाव 0.44 प्रतिशत की तेजी के साथ 61.81 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया.
विदेशी विनिमय बाजार में सोमवार को भारी उतार चढ़ाव देखा गया. इस दौरान रुपया 71.50 से 71.73 प्रति डॉलर के बीच रहा. कारोबार समाप्ति पर विनिमय दर 71.71 रुपये प्रति डॉलर थी. शुक्रवार को बाजार 71.72 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. बाजार सूत्रों ने कहा कि प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को पूंजी बाजार से 188.08 करोड़ रुपये की निकासी की. बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 163.68 अंक अथवा 0.44 प्रतिशत की तेजी के साथ 37,145.45 अंक पर बंद हुआ.