आयकर विभाग (इनकम टैक्स डिपार्टमेंट) ने ऐसे 18 सबसे बड़े डिफॉल्टरों के नाम प्रकाशित किए हैं, जिन पर आयकर विभाग का 500 करोड़ रुपये से अधिक कर बकाया है।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, इन नामों को सार्वजनिक करने का उद्देश्य यह है कि आम आदमी ऐसे लोगों की जानकारी देने में विभाग की मदद कर सके। यह कदम ऐसे लोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए उठाया गया है, जो कानून के खिलाफ काम कर रहे हैं। इससे पहले, इन नामों को विभाग की वेबसाइट पर डाला गया था।’’
अखबारों में राष्ट्रीय राजधानी स्थित मुख्य आयकर आयुक्त (प्रशासन) के हवाले से टैक्स डिफॉल्टरों के नाम और अन्य विवरण प्रकाशित किए गए हैं। आक्रामक रुख अपनाते हुए सरकार ने पहली बार 18 टैक्स डिफॉल्टरों के नाम सार्वजनिक किए हैं, जिनमें गोल्डसुख ट्रेड और सोमानी सीमेंट्स के भी नाम शामिल हैं। आयकर विभाग के मुताबिक, इन इकाइयों ने जानबूझकर टैक्स की अदायगी नहीं की है।
इन इकाइयों को उनके बकाया कर का भुगतान करने के लिए बाध्य करने की एक कोशिश के तहत केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कुछ दिनों पहले आयकर विभाग को इन नामों को उसकी वेबसाइट पर डालने को कहा था, जिसमें से 11 गुजरात स्थित हैं। नोटिस में कहा गया है, डिफॉल्टरों को उनके बकाया टैक्स का तत्काल भुगतान करने की सलाह दी जाती है।
एक वरिष्ठ आयकर अधिकारी ने कहा, यह पहली बार है जब विभाग ने ऐसे जानबूझकर टैक्स की अदायगी नहीं करने वालों के नाम सार्वजनिक किए हैं, जिन पर 10 करोड़ रुपये या इससे अधिक की टैक्स देनदारी है। कई मामलों में निर्धारिती 'लापता' हैं। विभाग ने सार्वजनिक नोटिस में पैन नंबर और इन चूककर्ताओं के अंतिम ज्ञात पते उपलब्ध कराए हैं।