सरकार जल्द ही एक महत्वाकांक्षी पैन गतिविधि निगरानी और विश्लेषण सॉफ्टवेयर टूल पेश करने जा रही है। इसके जरिये आयकर विभाग किसी व्यक्ति विशेष के देश भर में किए गए लेनदेन के बारे में जानकारी जुटा सकेगा। इससे अधिकारियों को प्रभावी तरीके से कालेधन के प्रवाह पर रोक लगाने में मदद मिलेगी।
इस डिजिटल और स्मार्ट प्लेटफॉर्म का नाम 'आयकर कारोबार एप्लिकेशन-स्थायी खाता संख्या' (आईटीबीए-पैन) होगा। फिलहाल इसे टैक्स अधिकारियों की विशेष जांच टीम और व्यापार सॉफ्टवेयर विश्लेषकों के समक्ष राष्ट्रीय राजधानी में अंतिम परीक्षणों के लिए रखा गया है। इस नए सॉफ्टवेयर टूल से टैक्स अधिकारी पैन के पूरे जीवनकाल के दौरान किए गए उपयोग को देख सकेंगे। सीधे शब्दों में कहें तो देश के किसी भी हिस्से में किसी व्यक्ति द्वारा किए गए लेनदेन का ब्योरा जान सकेंगे।
वित्त मंत्रालय द्वारा परियोजना को इसी महीने के अंत तक चालू किए जाने की उम्मीद है। इसके जरिये टैक्स विभाग और उसके दो मध्यस्थ संगठनों एनएसडीएल तथा यूटीआईआईटीएसएल को नया पैन नंबर जारी करने और उसके बाद 48 घंटे में नया पैन कार्ड जारी करने में मदद मिलेगी। अभी इसमें 15 दिन का समय लगता है।