सरकार ने एटीएम से निकासी की सीमा 19 नवंबर से बढ़ाकर 4,000 रुपये प्रतिदिन करने का विचार फिलहाल टाल दिया है. इसकी वजह यह है कि ज्यादातर एटीएम को अभी नए 500 और 2,000 के नोट के लिए व्यवस्थित नहीं किया जा सका है.
बचत बैंक खातों के तहत एटीएम से निकासी की सीमा अभी कुछ समय तक 2,500 रुपये प्रतिदिन पर कायम रहेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविवार रात स्थिति की समीक्षा के बाद नई बढ़ी सीमा तय की गई थी.
एक अधिसूचना में कहा गया है कि बैंकों में कम से कम तीन महीने से परिचालन वाले चालू खातों से निकासी की सीमा एक सप्ताह में 50,000 रुपये पर कायम रहेगी. सरकार ने नोटबंदी के बाद एटीएम से निकासी की सीमा 2,000 रुपये प्रतिदिन तय की थी. इसे 19 नवंबर से बढ़ाकर 4,000 रुपये प्रतिदिन प्रति कार्ड किया जाना था. सोमवार को इस सीमा को बढ़ाकर 2,500 रुपये किया गया.
चेक के जरिये सप्ताह में 24,000 रुपये बचत खाते से निकाले जा सकते हैं. पहले यह सीमा 20,000 रुपये थी. इस बीच, वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को बैंकों से कहा कि वे नोटों को बदलने के लिए जुट रही भीड़ की समस्या से निपटने के लिए सेवानिवृत्त कर्मचारियों की नियुक्ति पर विचार करें.
इंडियन बैंक्स एसोसिएशन को लिखे पत्र में वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग ने कहा कि उसे सेवानिवृत्त कर्मचारियों की नियुक्ति तथा उनको मेहताने के भुगतान पर जल्द से जल्द फैसला करना चाहिए.
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