प्याज के बाद सरकार ने आलू के निर्यात को हतोत्साहित करने के लिए इस पर 450 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) की व्यवस्था लागू कर दी है। इससे इस प्रमुख सब्जी का निर्यात कम होने और इसकी घरेलू कीमतें काबू में आने की उम्मीद है।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक अधिसूचना में कहा कि आलू का निर्यात करने की छूट है, बशर्ते कि यह 450 डॉलर प्रति टन न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) के तहत किया जाए। इसमें कहा गया है कि एमईपी तत्काल प्रभाव से लागू है।
खाद्य कीमतों को नियंत्रित करने के सरकार के प्रयास के तहत वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्याज और आलू के निर्यात पर न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) के जरिये अंकुश लगाने की घोषणा की थी। 17 जून को प्याज पर न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) 300 डॉलर प्रति टन था।
राष्ट्रीय राजधानी में आलू की कीमतें बढ़कर करीब 25-30 रुपये प्रति किग्रा हो गई हैं। सब्जियों, फलों और अनाजों जैसे आवश्यक खाद्य जिंसों की बढ़ती कीमतों ने थोक बिक्री मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति को मई में पांच महीने के उच्च स्तर 6.01 प्रतिशत पर पहुंचा दिया।