पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने जहां भारत में जल्द आने की बात कही है, वहीं एलन मस्क को इसका एक और बड़ा फायदा हो गया है. उनकी कंपनी टेस्ला के शेयरों में भारी तेजी देखने को मिली और एलन मस्क को इस तेजी से मार्केट कैप में करीब 10 बिलियन डॉलर का फायदा हुआ.इसी के साथ एलन मस्क ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स में सबसे ऊपर बने हुए हैं. इंडेक्स में 21 जून 2023 को ताजा आंकड़े के अनुसार 243 बिलियन डॉलर की एलन मस्क की संपत्ति बताई जा रही है. इंडेक्स के अनुसार पिछले एक साल में एलन मस्क को करीब 106 बिलियन डॉलर का फायदा हुआ है. पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद टेस्ला के प्रमुख एलन मस्क ने इसे एक बेहद शानदार मुलाकात बताया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के साथ मेरी बातचीत बहुत अच्छी रही. मस्क ने कहा कि वो अगले साल भारत आने की सोच रहे हैं. सबसे बड़ी बात जो मस्क ने कही वह है कि वे पीएम मोदी के फैन हैं.
आपको बता दें कि अमेरिकी शेयर बाजार सूचकांक नैस्डैक पर टेस्ला के शेयरों में 5.34 फीसदी की तेजी दिखी और यह 274.45 डॉलर पर बंद हुए थे. दिन के कारोबार के दौरन कंपनी का शेयर 274.75 डॉलर की ऊंचाई पर भी पहुंचा था. खास बात यह है कि पिछले 5 दिनों में कंपनी के शेयरों में 21 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है और साल 2023 में यह अब तक 166 फीसदी ऊपर उठा है.
इस मुलाकात पर पूरी दुनिया की नज़र टिकी हुई थी. बता दें कि कुछ दिन पूर्व ही एलन मस्क चीन के दौरे पर गए थे. उनके चीन के दौरे पर लोगों ने मस्क की तारीफों के पुल बांधे थे. इस दौरे पर बीजिंग ने कहा था कि चीन की यात्रा के दौरान मस्क ने कई सरकारी अधिकारियों से मुलाकात की और कहा था कि वे चीन में अपना कारोबार बढ़ाएंगे. मस्क ने "चीन के बाजार में पूर्ण विश्वास व्यक्त किया, और पारस्परिक रूप से एक दूसरे के सहयोग को और गहरा करने के लिए सहमति जताई." इस दौरान चीन के शंघाई में कंपनी के कारखाने का दौरा भी एलन मस्क ने किया था.
बता दें कि जहां टेस्ला के भारत में आने की उम्मीद बढ़ गई है वहीं इस मुद्दे पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी एलन मस्क पर आपनी बात रख चुके हैं. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कह चुके हैं कि अगर एलन मस्क भारत में अपनी टेस्ला को लाना चाहते हैं, तो उन्हें भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माण करना होगा. इसमें उनमें कोई समस्या नहीं है, लेकिन कंपनी को चीन से कारों का आयात नहीं करना चाहिए.