आयकर विभाग जनवरी से उन आयकरदाताओं का पूर्ण आकलन शुरू करेगा, जिन्होंने नोटबंदी के बाद 'संदिग्ध धन बैंकों में जमा कराया है, लेकिन अभी तक अपना आयकर रिटर्न नहीं दाखिल किया है. आंकड़ा विश्लेषण और 'स्वच्छ धन अभियान' के ऑनलाइन वेरिफिकेशन के पहले चरण के तहत जुटाई गई सूचनाओं के आधार पर 18 लाख लोगों की सूची बनाई गई है, जिन्होंने नोटबंदी की अवधि 8 नवंबर से 30 दिसंबर, 2016 के दौरान अपने बैंक खातों में काफी नकदी जमा कराई है, लेकिन उन्होंने अभी तक 2017-18 के आकलन वर्ष के लिए आयकर रिटर्न जमा नहीं कराया है. सीबीडीटी ने टैक्स अधिकारियों से कहा है कि वे इन लोगों को ई-मेल या डाक के जरिये नए नोटिस भेजें.
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विभाग के लिए नीतियां बनाने वालें केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने टैक्स अधिकारियों से कहा है कि ऐसी इकाइयों को नोटिस भेजने का काम 31 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाए. नोटिसों का जवाब मिलने के बाद आयकर विभाग इन लोगों के खिलाफ पूर्ण आकलन की प्रक्रिया शुरू करेगा. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ऐसे मामले जिनमें नोटिसों का जवाब मिल गया है, उनका अभी विश्लेषण किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अपने कालेधन को सफेद दिखाने और टैक्स चोरी का प्रयास किया है, उनके खिलाफ केस चलाया जाएगा.
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यह कार्रवाई स्वच्छ धन अभियान के तहत की जा रही है. इसे विभाग ने इसी साल शुरू किया था, जिससे नोटबंदी के बाद कालेधन के मामलों पर अंकुश लगाया जाएगा. (इनपुट भाषा से)