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आखिर देश की सबसे बड़ी एडटेक कंपनी Byju's पर कैसे छाया इतना बड़ा संकट, जानें पूरी डिटेल

Byju's Crisis: कंपनी के लिए मुश्किलों का दौर करीब एक साल पहले से दिखाई देने लगा था. जब स्टार्टअप्स ने कोरोना महामारी के चलते फंडिग में आई कमीं को देखते हुए लागत में कटौती करना शुरू कर दिया था.
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NDTV Profit हिंदी05:59 PM IST, 24 Jun 2023NDTV Profit हिंदी
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Byju's Crisis: देश की सबसे बड़ी एडटेक कंपनी Byju's लंबे समय से संकट में हैं. एडटेक फर्म के लिए पिछला साल दुर्भाग्यपूण रहा. BQ PRIME की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के सामने प्रमुख निवेशकों द्वारा वैल्यूएशन में कटौती से लेकर रीपेमेंट कंडीशन पर ऋणदाताओं के साथ कानूनी लड़ाई, छंटनी, वित्तीय नतीजे जारी करने में हुई देरी और फंड की कमीं के चलते कंपनी के आईपीओ के अटकने जैसी कई मुश्किलें सामने आई. इस सभी मामलों के चलते कंपनी लगातार विवादों में रही. जिससे एडटेक फर्म के लिए फंड जुटाना मुश्किल हो गया. इस वजह से कंपनी के वैल्यूएशन में और कटौती हो सकती है. पिछले राउंड में कंपनी का वैल्यूएशन आधा गिरकर लगभग 11 बिलियन डॉलर हो गया.

कंपनी के लिए मुश्किलों का दौर करीब एक साल पहले से दिखाई देने लगा था. जब स्टार्टअप्स ने कोरोना महामारी के चलते फंडिग में आई कमीं को देखते हुए लागत में कटौती करना शुरू कर दिया था. इसके बाद जून 2022 में, बायजू द्वारा अधिग्रहीत एडटेक फर्म टॉपर और व्हाइटहैट जूनियर ने 500 नौकरियों में कटौती की घोषणा की. इसको लेकर बायजू ने कहा था कि यह कटौती व्यावसायिक प्राथमिकताओं को फिर से व्यवस्थित करने और लॉन्ग टर्म ग्रोथ के लिए की गई है.

वहीं, सितंबर 2022 में बायजू ने लगभग छह महीने  की देरी के बाद आखिरकार पिछले वित्तीय वर्ष के नतीजे जारी किए. कंपनी ने  वित्त वर्ष 2021 के लिए भारी नुकसान की घोषणा की. एडटेक की पैरेंट कंपनी Think & Learn Pvt. Ltd ने  वित्त वर्ष 2021 में 4,588 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया, जो कि करीब तेरह गुना अधिक था.

अपनी वित्त वर्ष 2021 की वित्तीय नतीजे जारी करने के एक महीने बाद बायजू ने कहा कि वह छंटनी से बचने के प्रयास में लगभग 2,500 नौकरियों में कटौती करेगा. इस दौरान कंपनी ने कहा कि इसकी सर्वोच्च प्राथमिकता मार्च 2023 तक प्रॉफिटिबल होना है. कंपनी द्वारा फाइनेशियल रिपोर्ट 2021 जारी करने में हुई कई महीनों की चूक के चलते इसपर रेगुलेटर का दवाब बना रहा. इससे कंपनी को अधिक फंडिग हासिल करने और ग्लोबल टेक्नोलॉजी में गिरावट के कारण आईपीओ के लिए यूएस की कंपनी के साथ मर्जर और एक्विजिशन को पूरा करने में भी देरी का सामना करना पड़ा.

अक्टूबर 2022 में कंपनी ने 2,500 कर्मचारियों को बर्खास्त करने की घोषणा के कुछ दिनों बाद कहा कि उसने मौजूदा निवेशकों से 250 मिलियन डॉलर या लगभग 2,000 करोड़ रुपये की नई फंडिंग जुटाई है. बायजू ने उस वैल्यूएशन का खुलासा नहीं किया, जिस पर उसने फंडिंग जुटाई. हालांकि इसके पिछले राउंड में इसका वैल्यू 22 बिलियन डॉलर था. इसके साथ ही कंपनी ने निवेशकों के नाम का भी खुलासा नहीं किया. एडटेक प्लेटफॉर्म के फाउंडर और सीईओ बायजू रवीन्द्रन ने कहा कि अब जो कैपिटल इन्वेस्ट की जाएगी, उसके परिणामस्वरूप प्रॉफिटेबल ग्रोथ होगी.

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