ब्रिटेन में कोविड-19 (Covid-19) महामारी को लेकर नया तनाव लेने को लेकर घबराहट के बीच सोमवार को सेंसेक्स (Sensex) 1,407 अंक का गोता लगा गया. वैश्विक बाजारों में जबर्दस्त बिकवाली का सिलसिला चलने से स्थानीय बाजारों की धारणा भी बुरी तरह प्रभावित हुई. बीएसई (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (Sensex) 1,406.73 अंक या तीन प्रतिशत के नुकसान से 45,553.96 अंक पर आ गया. इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी (Nifty) भी 432 अंक या 3.14 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 13,328.40 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स के सभी शेयर नुकसान में रहे. ओएनजीसी के शेयर में करीब नौ प्रतिशत की गिरावट आई. इंडसइंड बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एबसीआई, एनटीपीसी, आईटीसी, एक्सिस बैंक और पावरग्रिड के शेयर भी सात प्रतिशत तक टूट गए.
रिलायंस सिक्योरिटीज के प्रमुख-रणनीति विनोद मोदी ने कहा, ‘‘घरेलू शेयर बाजारों में जबर्दस्त बिकवाली दबाव देखने को मिला. एक दिन में निवेशकों की करीब 7,000 अरब रुपये की पूंजी डूब गई.'' उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में कोविड-19 को लेकर नई चिंता तथा कोविड-19 के टीकों को लेकर संदेह उठने के बीच वैश्विक स्तर पर निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई.
फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, बेल्जियम, ऑस्ट्रिया और इटली सहित कई यूरोपीय देशों ने ब्रिटेन से उड़ानों पर रोक लगा दी है. ब्रिटिश सरकार ने चेताया है कि वायरस का नया प्रकार ‘बेकाबू' है. ब्रिटेन ने रविवार से लंदन और अन्य क्षेत्रों में सख्त लॉकडाउन लगा दिया है. भारत ने भी 23 से 31 दिसंबर तक ब्रिटेन से भी उड़ानों को स्थगित कर दिया है.
अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग के हैंगसेंग और जापान के निक्की में गिरावट आई. वहीं चीन के शंघाई कम्पोजिट और दक्षिण कोरिया के कॉस्पी में मामूली बढ़त दर्ज हुई. अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 5.30 प्रतिशत टूटकर 49.49 प्रति डॉलर पर आ गया.
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