सरकार के 500, 1000 रुपये का नोट वापस लेने के फैसले के बाद तीन दिनों में बैंकों ने 2,000 रुपये और छोटी मुद्रा में 30,000 करोड़ रुपये की नकदी वितरित की है. बैंकों के शीर्ष संगठन ने रविवार को यह जानकारी दी.
सरकार ने आठ नवंबर को 500 और 1,000 रुपये के नोट चलन से वापस ले लिये. यह कदम कालेधन पर अंकुश के लिए लगाया गया. इसके बाद 9 नवंबर को बैंक बंद रहे ताकि बंद कर दिये गये पुराने नोट के बदले नये छोटे नोट का स्टॉक रख सकें.
भारतीय बैंक संघ ने एक वक्तव्य में कहा, ‘‘पिछले तीन कार्यदिवसों के दौरान 50, 100 रुपये के छोटे नोट और नये जारी 2,000 रुपये के नोट में करीब 30,000 करोड़ रुपये की नकदी वितरित की गई है. एटीएम को नये जारी किये गये 500 और 2,000 रुपये के नोट के अनुरूप व्यवस्थित किया जा रहा है.’’ सरकार ने 10 नवंबर से लोगों को किसी भी बैंक अथवा डाकघर शाख पर 4,000 रुपये तक के नोट बदलने की सुविधा प्रदान की है. इसके अलावा ग्राहक अपने खाते से चेक अथवा निकासी पर्ची के जरिये एक दिन में 10,000 रुपये और सप्ताह में अधिकतम 20,000 रुपये की निकासी कर सकते हैं. यह सुविधा 24 नवंबर तक जारी रहेगी और उसे बाद निकासी सीमा बढ़ा दी जायेगी. वैसे बता दें कि अब एटीएम से 2500 रुपए निकाले जा सकते हैं और 4500 रुपए तक बैंक से एक्सचेंज किए जा सकते हैं.
आईबीए ने कहा कि बैंक रिजर्व बैंक द्वारा तय सीमा के भीतर सभी ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिये हर संभव प्रयास कर रहे हैं. आईबीए ने हालांकि, लोगों से भुगतान के दूसरे तौर तरीकों जैसे डेबिट और क्रेडिट कार्ड भी इस्तेमाल में लाने की अपील की है.