अमेरिका और यूरोप में कई बड़े बैंक पिछले दो दशकों में फेल हो चुके हैं. हाल ही में अमेरिका के प्राधिकरणों ने फर्स्ट रिपब्लिक बैंक को अपने नियंत्रण में ले लिया है. इससे पहले बैंक के काफी ज्यादा एसेट को जेपीमोर्गन चेज को बेच दिया गया था. अमेरिका में इसे दूसरे सबसे बड़े बैंक के फेल होने के रूप में देखा जा रहा है. यह घटनाक्रम, 2007-08 के बाद से सबसे बड़ा बैंक फेलियर कहा जा रहा है. ठीक कुछ समय पहले मार्च के महीने में ही सिलिकॉन वैली बैंक और सिग्नेचर बैंक भी दिवालिया हो चुके हैं. इन बैंकों के फेल हो जाने के बाद अमेरिका के बाजार में इसका नकारात्मक असर पड़ा था.
यहां पर कुछ रिटेल बैंक के बारे में जानकारी है. साथ ही उनके एसेट के बारे में जानकारी दी जा रही है जब ये बैंक फेल हुए थे.
- एचबीओएस ब्रिटेन (HBOS Britain): सितंबर 17, 2008. 690 बिलियन पाउंड्स, $866 बिलियन के बराबर
- वाशिंगटन म्यूचुअल (Washington Mutual United States): सितंबर 19, 2008. $307 बिलियन.
- फर्स्ट रिपब्लिक बैंक (First Republic Bank United States): मई 1, 2023. $229 बिलियन.
- सिलिकॉन वैली बैंक (Silicon Valley Bank United States): मार्च 10, 2023. $189 बिलियन.
- सिग्नेचर बैंक (Signature Bank United States): मार्च 12, 2023. $110 बिलियन .
- सैचसेन एलबी (Sachsen LB Germany): अगस्त 26, 2007. $67 बिलियन यूरो, $74 बिलियन के बराबर.
- ब्रैडफोर्ड एंड बिंगले (Bradford & Bingley Britain): सितंबर 9, 2008. 35 बिलियन पाउंड, $44 बिलियन के बराबर.
- इंडिमैक (IndyMac United States): जुलाई 11, 2008. $32 बिलियन.
ये सभी रिटेल बैंक थे जिन्हें आम ग्राहक और बिजनेस वाले लोग इस्तेमाल कर रहे थे.
ये इनवेस्टबैंक से अलग बैंक थे जो 2008 के संकट के बाद फेल हो गए. इस समय लेहमन ब्रदर्स बैंक दिवालिया हुआ था और उसका एसेट $639 बिलियन था.