
आनंद महिंद्रा का प्रेरणादायक ट्वीट सभी को पढ़ना चाहिए.
हर आदमी के लिए जीवन में मोटिवेशन जरूरी होता है. वो बिरले ही होते है जो बिना किसी प्रेरणा के जीवन में कामयाब होते हैं. पॉजिटिव एटिट्यूड की बात सभी करते हैं, लेकिन कम ही लोग होते हैं जो यह जानते और समझते हैं कि ये पॉजिटिव एटीट्यूड क्या होता है. कहां से ऐसी बातें सीखने चाहिए. कैसे सीखने चाहिए और जीवन में कैसे इसते आत्मसात करना चाहिए.
यह भी पढ़ें
बच्चों के लिए डिजाइन की गई हवा वाली अनोखी टी-शर्ट, आनंद महिंद्रा को भी आई पसंद, जानें कैसे करेगी बच्चों की सुरक्षा
नई कार लेकर खुशी के मारे शोरूम में ही डांस करने लगा परिवार, आनंद महिंद्रा ने कही दिल जीत लेने वाली बात
सबसे बड़े इस्पात उत्पादक में जापान से भी आगे है भारत, आनंद महिंद्रा ने कहा- एक समय ये राजा थे
महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरपर्सन आनंद महिंद्रा (Mahindra and Mahindra Chairperson Anand Mahindra) बहुतों के प्रेरणाश्रोत होंगे. इसमें कोई दो राय नहीं है. लेकिन उन्हें भी रोज अपनी ऊर्जा को बनाए रखने के लिए काफ मेहनत करनी पड़ती है. वे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर काफी एक्टिव रहते हैं. ट्विटर पर खासतौर पर अपने फॉलोअर्स को जीवन का संदेश देने वाले ट्वीट करते रहते हैं. वे जिससे प्रेरणा लेते हैं वे अकसर उनसे जुड़े ट्वीट पेश करते रहते हैं. इसका मकसद केवल साहसी और मेहनती और कमाल के आइडिया वालों को आगे बढ़ाना नहीं होता बल्कि हर उस आदमी के लिए प्रेरणा के पल देना होता है जो इसकी अहमीयत समझते हैं.
आनंद महिंद्रा के एक करोड़ 40 हजार लोग फॉलोअर्स हैं. ट्विटर पर इन लोगों के लिए आनंद महिंद्रा अकसर कुछ न कुछ शेयर करते रहते हैं. कई बाद तो अद्भुत ट्वीट के जरिए नए प्रयोजनों वाले लोगों को आनंद महिंद्रा का आशीर्वाद भी मिलता है. साथ ही कई बार इनाम भी मिल जाता है. खैर आज हम जिस ट्वीट का जिक्र कर रहे हैं, उसे बताने के लिए इतनी भूमिका की आवश्यकता पड़ी.
आनंद महिंद्रा का ट्वीट छोटा है. छोटे बच्चे का है. छोटे बच्चे की जिद से जुड़ा है, उसके जुनून से जुड़ा है और बच्चे की मासूमियत से जुड़ा है. आनंद महिंद्रा की बात निराली है और बच्चा भी निराला है. सोमवार की प्रेरणा जिसे आमतौर पर लोग मंडे मोटिवेशन भी कहते हैं, आनंद महिंद्रा को इस फोटो से मिली और इस बच्चे से मिली है. इस कोई दो राय नहीं बच्चा शानदार है और जीवन में प्रगतिपथ पर अग्रसर है. यह लक्षित राह पर चल पड़ा है और उचित समर्थन और मार्गदर्शन इसे ऊंचाइयों पर ले जाएगा.
आनंद महिंद्रा ने इस ट्वीट में बताया है कि तमिलनाडु के होसूर में एक चेस चैंपियनशिप (शतरंज की प्रतियोगिता) का आयोजन किया गया था. स्कूल की प्रतियोगिता के लिए 1600 बच्चे एकत्र हुए थे. जिस बच्चे की तस्वीर साझा की गई है वह पूरी रात बस में यात्रा कर स्कूल में पहुंचा था. रास्ते में बच्चे को दो बार बस बदलनी पड़ी और फिर बस डिपो से स्कूल तक पैदल चलकर बच्चा पहुंचा.
यह खास बात है कि इस उम्र के बच्चे की इस कद्र लग्न देखकर किसी का भी दिल पसीज जाएगा.
आनंद महिंद्रा आगे लिखते हैं कि मैच से पहले बच्चा एक झपकी लेने लगा. चाहता हूं कि यह अलग मैगनस बने. ऐसे बच्चे भारत का भविष्य तय करेंगे. ये मेरा #MondayMotivation है.
A recent school chess competition in Hosur had 1600 kids from all over. This boy traveled all night by bus (changing buses twice) then walked from the depot. Took a nap before the match. Wants to be the next Magnus. Kids like him shape India's future. He's my #MondayMotivationpic.twitter.com/1WhlapiLCn
— anand mahindra (@anandmahindra) February 27, 2023
आनंद महिंद्रा इतनी बात लिखकर छोड़ गए. लेकिन बात यहां से शुरू होती है. जिस व्यक्ति को यह समझ में आया वह इसे आत्मसात कर लेगा और उसकी कहानी आज से आरंभ हो जाएगी. जो नहीं समझा वो अपनी बारी का इंतजार करेगा.